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NCA-F में 176 अधिकारी प्रशिक्षुओं के लिए स्पेशल फाउंडेशन कोर्स 2025 का समापन, मुख्य अतिथि डॉ. पेम्मासानी

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डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी, केंद्रीय संचार एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री, 6 दिसंबर 2025 को राष्ट्रीय संचार अकादमी – वित्त (NCA-F) में आयोजित स्पेशल फाउंडेशन कोर्स 2025 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि रहे।
NCA-F दूरसंचार विभाग, भारत सरकार के अंतर्गत एक “सर्वोत्तम” (5-स्टार) रेटेड केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थान है।

यह विशेष फाउंडेशन कोर्स 15 सितंबर से 5 दिसंबर 2025 तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA), मसूरी के सहयोग से आयोजित किया गया था। इसमें UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 के माध्यम से चयनित 15 अखिल भारतीय एवं केंद्रीय सेवाओं के 176 अधिकारी प्रशिक्षुओं (OTs) ने भाग लिया।

इस कोर्स का उद्देश्य युवा सिविल सेवकों को भारत के प्रशासनिक, सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्य से परिचित कराना, तथा विभिन्न सेवाओं के बीच एकता, अनुशासन, नैतिकता, प्रोफ़ेशनलिज़्म और सेवा भाव (Seva Bhaav) विकसित करना था। पाठ्यक्रम में प्रशासन, शिक्षा, सिविल सोसाइटी, उद्योग और अन्य क्षेत्रों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान शामिल किए गए।
साथ ही, शैक्षणिक गतिविधियों के अतिरिक्त अधिकारी प्रशिक्षुओं ने भारत दिवस, खेल संगम, एक-अंक नाटक प्रतियोगिता, परपल फेस्ट जैसी गतिविधियों में भाग लेकर सामूहिकता, सहानुभूति और राष्ट्रीय गौरव की भावना विकसित की।

वे पद्म पुरस्कार विजेताओं, खेल रत्न एवं अर्जुन पुरस्कार विजेताओं, अर्थशास्त्रियों, अंतरिक्ष यात्री तथा अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तियों से भी मिले, जिन्होंने अतिथि शिक्षक के रूप में उन्हें प्रेरित किया।

समापन समारोह में LBSNAA के निदेशक श्रीराम तरणिकांति, दूरसंचार विभाग की कंट्रोलर जनरल ऑफ कॉम्युनिकेशन अकाउंट्स वंदना गुप्ता, तथा NCA-F की महानिदेशक  माधवी दास सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने उपस्थिति दर्ज की। कोर्स डायरेक्टर डॉ. कमल कपूर एवं कोर्स कोऑर्डिनेटर शैलेश बंसल भी उपस्थित रहे।

डॉ. पेम्मासानी का संबोधन

अपने समापन भाषण में डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने अधिकारी प्रशिक्षुओं से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञ (Subject Matter Expert) बनें, क्योंकि कुशलता ही विश्वास का आधार है।
उन्होंने भ्रष्टाचार को दृढ़ता से नकारने के लिए धर्म और मूल्यों पर अडिग रहने की सलाह दी।
स्वयं की समझ पर जोर देते हुए कहा कि "अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु है", इसलिए अपने कार्यों के प्रभाव पर हमेशा विचार करें।
उन्होंने टीम वर्क को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बेहतर लोगों से प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि सहयोग करें—क्योंकि सार्वजनिक संस्थाएँ मजबूत प्रणालियों पर फलती-फूलती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 1.4 अरब भारतीयों की सेवा करने का अवसर सार्वजनिक सेवा का सबसे बड़ा उपहार है।

अन्य वक्ताओं के मुख्य बिंदु

  • तरणिकांति ने सभी सेवाओं को जोड़ने वाले साझा उद्देश्य पर बल दिया और प्रशिक्षुओं से कहा कि वे साइलो तोड़ें, सहयोग बढ़ाएं और जनभागीदारी से परिवर्तन लाएं।

  • माधवी दास ने आजीवन सीखने, विनम्रता और सिविल सेवकों पर निहित विश्वास को अधिकार नहीं बल्कि जिम्मेदारी बताया।

  • डॉ. कपूर ने कोर्स की गतिविधियों और मॉड्यूल का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।

पुरस्कार वितरण

समारोह में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें शामिल थे:

  • सर्वश्रेष्ठ हाउस

  • हिमालयन स्टडी टूर में सर्वश्रेष्ठ हाउस

  • ग्रामीण–शहरी इमर्शन कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ हाउस

  • सर्वश्रेष्ठ अधिकारी प्रशिक्षु

  • सर्वश्रेष्ठ शैक्षणिक प्रदर्शन

  • सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन आदि

कार्यक्रम का समापन प्रीति महतो द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव और जन-गण-मन के गायन के साथ हुआ।



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