नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। पूरा देश इस संबोधन पर नजरें टिकाए बैठा है। भले ही विषय आधिकारिक रूप से स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वे दो अहम मुद्दों पर बात कर सकते हैं — देश में लागू होने जा रही जीएसटी 2.0 और अमेरिका के H-1B वीज़ा नियमों में हालिया बदलाव।
जीएसटी 2.0 से बड़े बदलाव
प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य प्रोफेसर गौरव वल्लभ का कहना है कि जीएसटी 2.0 व्यवसायों के लिए अनुपालन बोझ कम करेगा, वर्किंग कैपिटल का दबाव घटाएगा और श्रम-गहन क्षेत्रों को सप्लाई-साइड सपोर्ट देगा। यह सुधार वैश्विक अनिश्चितताओं और टैरिफ युद्धों के बीच भारतीय उद्योगों को मजबूती देने के लिए समयोचित कदम माना जा रहा है।
पीएम मोदी के पिछले ऐतिहासिक संबोधन
2016: नोटबंदी का ऐलान।
- 2019: एंटी-सैटेलाइट मिसाइल परीक्षण की घोषणा।
- 2020: कोविड-19 महामारी के दौरान जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन।
- 2021: तीन कृषि कानूनों की वापसी।
क्या होगा सस्ता?
जीएसटी काउंसिल के फैसले के बाद रोजमर्रा की कई वस्तुओं पर राहत मिली है:
- 0% जीएसटी: पनीर, सादी रोटी, खाखरा, पेंसिल, इरेज़र।
- 5% जीएसटी: फलों का रस, मक्खन, पैकेज्ड फूड, साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट, बैंडेज, डायग्नोस्टिक किट।
- 18% (पहले 28%): फ्रिज, एसी, छोटे वाहन।
- सेवाओं पर राहत: होटल, ट्रांसपोर्ट और मेडिसिन।
इन बदलावों से उपभोक्ताओं को सीधी राहत और कारोबारियों के लिए नियमों का पालन आसान होने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि यह कदम अर्थव्यवस्था को गति देगा और त्योहारी सीजन में मांग को बढ़ाएगा।