रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (CGMSC) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो लग्जरी गाड़ियां जब्त कीं। इनमें पोर्शे केयेन कूप और मर्सिडीज-बेंज शामिल हैं। दोनों गाड़ियां मोक्षित कॉर्पोरेशन के नाम पर पंजीकृत हैं, जो घोटाले के मुख्य आरोपी शशांक चोपड़ा और उनके पिता शांतिलाल चोपड़ा की पार्टनरशिप फर्म है।
सूत्रों के अनुसार, दुर्ग में हुई छापेमारी के बाद मिली जानकारी के आधार पर इन गाड़ियों को सीज किया गया। एजेंसी का कहना है कि इन्हें संदिग्ध स्रोत से अर्जित धन से खरीदा गया है। अब जांच का दायरा और बढ़ने की संभावना है तथा हेल्थ सर्विसेज से जुड़े कई बड़े अधिकारियों पर भी शिकंजा कस सकता है।
यह जांच ACB/EOW रायपुर की एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर आगे बढ़ाई गई है। चार्जशीट में साफ लिखा है कि शशांक चोपड़ा ने अधिकारियों से मिलकर टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर की। फर्जी डिमांड तैयार कर मेडिकल उपकरण और रिएजेंट की आपूर्ति मनमाने दामों पर की गई। इस भ्रष्टाचार से राज्य सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ, जबकि आरोपियों ने निजी लाभ कमाया।