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IGNCA में प्रो. मोहन खोक्कर शताब्दी समारोह का भव्य आयोजन

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नई दिल्ली- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) में भारतीय नृत्य इतिहास के अग्रदूत प्रो. मोहन खोक्कर की जन्म शताब्दी वर्ष पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश-विदेश से पद्मविभूषण, पद्मभूषण, पद्मश्री सम्मानित नृत्यगुरु, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता कलाकार, विद्वान एवं सांस्कृतिक जगत की अनेक हस्तियाँ एकत्र हुईं।

समारोह की मुख्य अतिथि विश्वविख्यात नृत्यांगना एवं IGNCA ट्रस्टी डॉ. सोनल मानसिंह रहीं। प्रख्यात विद्वान और राजनयिक डॉ. करण सिंह ने तृतीय "प्रो. मोहन खोक्कर स्मृति व्याख्यान" दिया और कहा कि खोक्कर का कार्य किसी चमत्कार से कम नहीं था। उन्होंने उनकी संग्रहित धरोहर को भारतीय संस्कृति के लिए अमूल्य बताया।

IGNCA के सदस्य सचिव डॉ. सचिदानंद जोशी ने मोहन खोक्कर नृत्य संग्रह (MKDC) को विश्व का सबसे बड़ा नृत्य संग्रह बताते हुए इसे UNESCO की विरासत सूची में शामिल करने की आवश्यकता जताई। प्रो. आचल पाण्ड्या ने स्वागत भाषण दिया जबकि समापन टिप्पणी प्रो. आशीष खोक्कर ने की।

कार्यक्रम का आरंभ 25 कलाकारों की नृत्य-नाटिका से हुआ, जिसके बाद "Mr. Dance of India" फिल्म का प्रदर्शन किया गया। दिल्ली के 100 कलाकारों की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही The A–Z of Indian Dance – Vignettes of Veterans प्रदर्शनी का उद्घाटन भी हुआ।

इस मौके पर प्रो. मोहन खोक्कर की वार्षिक नृत्य पत्रिका AttenDance के रजत जयंती विशेषांक "Indian Dance in France" का विमोचन किया गया। समारोह में शोवना नारायण, माधवी मुद्गल, वनश्री राव, प्रतिभा प्रह्लाद, नलिनी-कमलिनी, गीता महालिक समेत देश-विदेश के अनेक नामचीन कलाकार उपस्थित रहे।

प्रो. मोहन खोक्कर (1924–1999) भारतीय नृत्य इतिहास के प्रणेता माने जाते हैं। उनका विशाल डांस कलेक्शन IGNCA में संरक्षित है, जो 18 सितंबर से 30 दिसंबर 2025 तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। यह भारत का पहला नृत्य संग्रहालय है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त है।


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