नई दिल्ली। भारत 15 अगस्त को अपना 79वाँ स्वतंत्रता दिवस पूरे उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाने की तैयारी कर रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार शाम राष्ट्र के नाम अपने चौथे स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या संदेश में देशवासियों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र हमारे लिए सर्वोपरि हैं और भारत आत्मनिर्भरता की राह पर आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू के संबोधन की मुख्य बातें:
- विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर हिंसा और विस्थापन के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि।
- संविधान के चार स्तंभ — न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुता — लोकतंत्र की नींव।
- 6.5% GDP वृद्धि दर के साथ भारत प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से बढ़ता देश।
- गरीबों और गरीबी रेखा से ऊपर आए परिवारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का विस्तार।
- कश्मीर घाटी को रेल-संपर्क से जोड़ना एक ऐतिहासिक उपलब्धि।
- ‘जल जीवन मिशन’ के तहत ग्रामीण घरों में नल से पानी की आपूर्ति में तेज़ प्रगति।
- ‘आयुष्मान भारत’ योजना से 55 करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा, 70+ वरिष्ठ नागरिक भी शामिल।
- लगभग सभी गांवों में 4G मोबाइल कनेक्टिविटी, डिजिटल भुगतान में भारत विश्व में अग्रणी।
- भारत-विशिष्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल विकसित करने के लिए ‘इंडिया-AI मिशन’ की शुरुआत।
- स्वदेशी आंदोलन से प्रेरित होकर ‘मेक-इन-इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ावा।
- लक्ष्य — 2047 तक विकसित भारत का निर्माण।
राष्ट्रपति ने अमृत काल में सभी नागरिकों से राष्ट्र के विकास में अपना सर्वोच्च योगदान देने का आह्वान किया।