महासमुंद। डोंगरीपाली गांव में एक मां ने शराब के नशे में रहने वाले अपने बेटे को कुल्हाड़ी से मारकर हत्या कर दी। यह दर्दनाक घटना उस घर की ममता और सद्भावना के नाम पर गहरा प्रश्नचिन्ह खड़ा कर देती है, जहां परिवार का सबसे करीबी रिश्ता भी खून-खराबे का कारण बन सकता है।
घटना शनिवार 23 अगस्त 2025 को शाम लगभग 5:30 बजे हुई। खल्लारी थाना प्रभारी के अनुसार, सूरज सोरी नामक 26 वर्षीय युवक शराब की लत में लगातार अपने परिवार, खासकर अपनी मां के साथ गाली-गलौज और मारपीट करता था। मां लंबे समय से बेटे की इस हरकत से परेशान और आहत थी। उस दिन शराब के नशे में सूरज सोरी ने अपनी मां के साथ बहस शुरु कर दी, जिसमें गाली-गलौज और हिंसा हुई। तनाव की इस चरमसीमा पर आकर मां ने अपनी जान को खतरे में डालकर बेटे पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। सिर पर सीधे वार करने से सूरज की मौत हो गई।
पुलिस ने तत्काल कड़ी कार्रवाई करते हुए मां को गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि मां, बेटे की शराब की लत से बेहद त्रस्त थी और बार-बार बेटे को सुधरने की नसीहत देती रहती थी, लेकिन उसकी आदतें नहीं सुधरीं। इस घटना ने परिवार के घाव और समाज के भीतर बढ़ती घरेलू हिंसा की एक और भयावह तस्वीर को सामने ला दिया है।
यहां पर ममता की छवि और हिंसा का संगम दिखाई देता है: एक मां जो अपने बेटे के भविष्य और घर की शांति के लिए चिंतित थी, लेकिन बदले में अपनी ममता का ही ध्यान नहीं रख सकी और ऐसा अत्याचार करने को मजबूर हो गई।
इस घटना ने छत्तीसगढ़ में बढ़ते नशाखोरी, पारिवारिक कलह और घरेलू हिंसा के मुद्दों पर एक बार फिर गंभीर चिंता जताई है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह भयानक घटना हमें परिवार में संवाद और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व की याद दिलाती है, जहां अगर पहले सही समय पर मदद या समझदारी होती, तो एक मां-बेटे के रिश्ते में ऐसा दर्दनाक अंत नहीं आता।