जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों और राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की कार्रवाइयाँ तीव्र हो गई हैं। पुंछ जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों ने सुरनकोट और मेंढर के 12 स्थानों—सरी, उस्तन, पठानखोर, लोहार मोहल्ला, चांदीमढ़, फागल, हरि टॉप, उचाद, और कल्लर-गुरसाई—में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। यह अभियान स्थानीय पुलिस, सीआरपीएफ, और राष्ट्रीय राइफल्स ने संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर सुबह छह बजे शुरू किया।
वहीं, अनंतनाग में आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत बिजबेहरा से बुरहान अमीन मलिक नामक एक आतंकी मददगार को गिरफ्तार किया गया, जिसके कब्जे से एक हथगोला बरामद हुआ। इसके अतिरिक्त, एनआईए ने पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की जांच में बड़ी सफलता हासिल की। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। एनआईए ने दो स्थानीय लोगों, परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर, को लश्कर-ए-तैयबा के तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया। दोनों को जम्मू की अदालत में पेश कर पांच दिन की हिरासत में भेजा गया।
एनआईए ने पीड़ितों के बयान, वीडियो फुटेज, तकनीकी साक्ष्य, और जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्केच जैसे ठोस सबूत जुटाए हैं, जिनका विश्लेषण जारी है। एजेंसी ने स्पष्ट किया कि आतंकवादियों की पहचान और अन्य विवरण उचित समय पर सार्वजनिक किए जाएंगे, और कुछ मीडिया कवरेज को अटकल भरा और भ्रामक बताया।
ये कार्रवाइयाँ आतंकी नेटवर्क और उनके सहयोगियों को खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं, जो क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों और एनआईए के समन्वित प्रयासों को दर्शाती हैं।