पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने स्वदेशी मल्टी-इन्फ्लुएंस ग्राउंड माइन (एमआईजीएम) की लड़ाकू फायरिंग (कम विस्फोटक के साथ) को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। एमआईजीएम, एक उन्नत अंडरवाटर नेवल माइन है, जिसे विशाखापत्तनम में नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला द्वारा पुणे में डीआरडीओ की उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला और चंडीगढ़ में टर्मिनल बैलिस्टिक्स अनुसंधान प्रयोगशाला के सहयोग से विकसित किया गया था।
भारत ने पानी के अंदर की उन्नत नौसैनिक सुरंग का परीक्षण किया
भारत ने आधुनिक जंगी जहाजों और पनडुब्बियों के खिलाफ नौसेना की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई पानी के नीचे की ‘नौसैनिक सुरंग’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित ‘मल्टी-इंफ्लुएंस ग्राउंड माइन (एमआईजीएम)’ का सफल परीक्षण किया।
पहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और एक दर्जन से ज़्यादा लोग घायल हो गए। 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यह सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक है। आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने ज़िम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया। हमले के बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है, इलाके से मिली तस्वीरों में आम तौर पर चहल-पहल वाले पर्यटक इलाके की सड़कें सुनसान दिखाई दे रही हैं।