रायपुर। राजधानी पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 101 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा के निर्देश पर साइबर थाना ने 1100 से अधिक म्यूल बैंक अकाउंट की जांच की, जिनका उपयोग डिजिटल फ्रॉड, फर्जी शेयर ट्रेडिंग ऐप, क्रिप्टो करेंसी निवेश, गूगल रिव्यू टास्क, टेलीग्राम टास्क और बैंक केवाईसी अपडेट जैसे साइबर अपराधों में किया जा रहा था।
ठगी का बड़ा नेटवर्क उजागर
गिरफ्तार आरोपी ठगी के लिए बैंक खातों को किराए पर देने या ठगी की रकम पर 10-20% कमीशन लेकर अकाउंट उपलब्ध कराने का काम कर रहे थे। इनके खिलाफ विभिन्न राज्यों में 930 साइबर क्राइम रिपोर्ट दर्ज हैं। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ आरोपी पहले से हत्या, बलवा, जुआ और NDPS एक्ट जैसे मामलों में शामिल रहे हैं।
पुलिस ने इन अकाउंट्स में 1.06 करोड़ रुपए होल्ड किए हैं, जो साइबर ठगी के शिकार लोगों के हैं। इस ऑपरेशन के तहत 20 से अधिक पुलिस टीमों ने छापेमारी कर गिरफ्तारियां कीं।
साइबर ठगों के बैंक खातों की पहचान कर पुलिस ने 5 प्रमुख केस दर्ज किए हैं, जिनमें शामिल बैंक अकाउंट्स की संख्या:
केश 1 थाना आजाद चौक अपराध क्रमांक 78/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 BNS में इंडियन ओवरसीज बैंक के 21 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
केश 2 थाना गंज अपराध क्रमांक 79/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 BNS में कर्नाटका बैंक के 41 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
केश 3 थाना टिकरापारा अपराध क्रमांक 229/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 BNS में रत्नाकर बैंक के 54 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
केश 4 थाना कोतवाली अपराध क्रमांक 45/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 BNS में कोटक महिंद्रा बैंक के 41 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
केश 5 थाना सिविल लाइन अपराध क्रमांक 129/25 धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111 BNS में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 128 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि इस साइबर नेटवर्क से जुड़े कई और संदिग्धों की पहचान हो चुकी है, जिनकी गिरफ्तारी जल्द होगी। साथ ही, पीड़ितों की राशि वापस दिलाने की प्रक्रिया जारी है।