Chhattisgarh Liquor Scam Case : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2160 करोड़ रुपये के शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार कर लिया है। शराब घोटाले केस में उन्हें पूछताछ के लिए रायपुर के ईडी दफ्तर बुलाया गया था। लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। ईडी ने जिस समय शराब घोटाला उजागर किया था तब लखमा आबकारी मंत्री थे।
बता दें कि ईडी ने बुधवार को ईडी ने लखमा को तीसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद ईडी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। अब जल्द ही ED कवासी लखमा और हरीश लखमा को कोर्ट में पेश करेगी। शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ईडी ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापा मारा था। छापेमार कार्रवाई में ईडी ने नकद लेन-देन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी। 3 जनवरी को पूछताछ के बाद ईडी ने दोनों को छोड़ दिया था। इसके बाद 9 जनवरी को लखमा से 8 घंटे तक ईडी के अफसरों ने पूछताछ की थी।
कवासी लखमा के साथ सीए नहीं पहुंचे
ED ने आज कवासी लकमा को सीए के साथ बुलाया था. लेकिन सीए नहीं आया. लेन देन के सुराग मिले थे उसी का हिसाब मांगा गया था. सीए के लाने की बात कवासी ने कहा था जिसे लेकर वे नहीं पहुंचे हैं।
सीएम साय की दो टूक
सीएम साय ने मकर संक्रांति पर्व के दौरान कहा था कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार घोटाले करने वालों को नहीं छोड़ेगी. पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए 2 हजार करोड़ की शराब घोटाले पर जांच चल रही है, जांच में तत्कालीन आबकारी मंत्री से जब पूछताछ हुई, तो मंत्री ने कहा मैं तो अनपढ़ हूं, अधिकारी जहां बोले वहां मैं दस्तखत कर दिया. इस बयान से सीधे तौर पर कम विष्णु देव साय ने बिना नाम लिए कांग्रेस के कोंटा विधायक व पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर निशाना साधते हुए दिखे. उन्होंने कहा पिछली सरकार में अनपढ़ भी मंत्री थे.