रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने राजनांदगांव पुलिस भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया है। इस घोटाले में पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें चार आरक्षक भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों में परिधि निषाद, योगेश कुमार धुर्वे, पवन कुमार साहू, नुतेश्वरी धुर्वे, धर्मराज मरकाम और पुष्पा चंद्रवशी के नाम शामिल हैं।
राजनांदगांव में पुलिस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामला लालबाग थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया था। जांच के दौरान, मामले में धारा 61(2) और 3(5) बीएनएस जोड़ी गई। जांच में यह पता चला कि आरक्षक भर्ती में उम्मीदवारों को मशीन से छेड़छाड़ कर उनके अंकों में अनुचित लाभ दिया गया।
एक अभ्यर्थी मीना पात्रे ने पूछताछ में खुलासा किया कि 14 दिसंबर को उसने अपने परिचित पुलिस स्टाफ को आर्थिक लाभ का ऑफर दिया था। पर्याप्त सबूत मिलने पर मीना पात्रे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
इस घोटाले का सबसे चौंकाने वाला पहलू तब सामने आया, जब 21 दिसंबर को पुलिस आरक्षक अनिल कुमार रत्नाकर का शव ग्राम रामपुर के पास फांसी के फंदे से लटका मिला। अनिल के हाथ पर लिखा संदेश बताता था कि भर्ती प्रक्रिया में केवल कर्मचारियों को दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि अधिकारी भी इस घोटाले में शामिल हैं।