BSF 60th Anniversary : भारतीय सीमा सुरक्षा बल की 60वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैनिकों को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की। उन्होंने भारतीय सैनिकों की सराहना करते हुए कहा कि बीएसएफ के जवान साहस, समर्पण और असाधारण सेवा के प्रतीक हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया एक्स से सैनिकों को बधाई एवं शुभकानाएं दीं।
पीएम मोदी ने कहा "बीएसएफ साहस, समर्पण और असाधारण सेवा का प्रतीक है और यह हमारी सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण पंक्ति के रूप में खड़ा है" उन्होंने जवानों की सतर्कता और साहस की सराहना करते हुए यह भी कहा कि उनकी मेहनत और बलिदान देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। बीएसएफ पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी भारत की सीमाओं पर तैनात हैं।
इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी बीएसएफ के जवानों को स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होने कहा कि, "बीएसएफ के सैनिकों ने भारत के सम्मान और महत्वाकांक्षाओं की रक्षा की है।" शाह ने जवानों के वीरता और बलिदान को प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि उनकी जांबाजी से देश की हर पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने उन बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी।
वहीं केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी बीएसएफ की स्थापना दिवस की बधाई प्रेषित की। उन्होंने कहा कि हमारे जवान विश्व में अपनी अलग पहचान स्थापित की। भारत के जवानों की सौर्य गाथा दुनिया गाती है। ऐसे पराक्रमी और साहसी जवानों को बधाई और शुभकामनाएं।
उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने भारत माता की रक्षा में अपने प्राणों की आहूती दे दी। सीमा सुरक्षा बल का स्थापना दिवस 1 दिसंबर को मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1965 में इस सैन्य इकाई की स्थापना की गई थी। बीएसएफ का उद्देश्य भारत की रक्षा करते हुए उन अंतर्राष्ट्रीय अपराधों पर लगाम लगाना है जो देश को क्षति पहुंचाना चाहते हैं।
भारत की लगभग 15,000 किलोमीटक सीमा की सुरक्षा बीएसएफ के जवानों की हाथों में है। बीएसएफ के 60वें स्थापना दिवस पर बल ने अपने ध्येय वाक्य "जीवनपर्यन्तकर्त्तव्य" को दोहराते हुए राष्ट्र रक्षा और निर्माण में अपनी प्रतिबद्धता को व्यक्त किया। सीमा सुरक्षा बल न केवल भारत की सीमाओं की रक्षा करता है बल्कि यह देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए भी अहम भूमिका निभाता है।