‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय सेना के लिए लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के साथ 7,629 करोड़ रुपये का अनुबंध किया है। यह सौदा 100 स्वचालित ट्रैक्ड आर्टिलरी गन के9 वज्र टैंक खरीदने के लिए किया गया है। सेना के पास पहले ही इस तरह के 100 टैंक हैं। अब यह सौदा भारतीय सेना की मारक क्षमता दोगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी वाले इस एक टैंक का वजन 47 टन है, जो 47 किलो के गोले को 43 किमी. की दूरी तक दाग सकता है। यह स्वचालित तोप शून्य त्रिज्या पर भी घूम सकती है। डायरेक्ट फायरिंग में एक किमी दूरी पर बने दुश्मन के बंकर और टैंकों को भी तबाह करने में सक्षम है। यह किसी भी मौसम में काम करेगा। इसकी लंबाई 12 मीटर और ऊंचाई 2.73 मीटर है। इस टैंक में चालक के साथ पांच लोग सवार हो सकते हैं।