धान का 3217 रुपये प्रति क्विंटल खरीदी सुनिश्चित करना चाहिए
महासमुन्द : खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए खाद्य मंत्री दयालदास बघेल की अध्यक्षता में मंत्री मंडलीय उप समिति की आयोजित बैठक में दीपावली को ध्यान में रखकर 15 नवम्बर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी करने का निर्णय लिया है जो किसानों के साथ धोखा है।
किसान भुगतान संघर्ष समिति महासमुन्द के संयोजक जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा सरकार की नीति और नियत किसान हितैषी दिखाई नहीं दे रही है । वर्ष 2024- 25 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी दीपावली के कारण 1 नवम्बर से शुरू न कर 15 नवम्बर से किये जाने का निर्णय लिया है जबकि 15 नवम्बर को गुरुनानक जयंती है इसलिए 5 नवम्बर से शुरू किया जाना उचित होगा क्योंकि हरुना किस्म की फसल कटाई नवरात्र के समय शुरू हो जाएगी उन किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए एक महीना इंतजार करना पड़ेगा।
दीपावली को ध्यान में रखकर 5 नवम्बर को समर्थन मूल्य में धान खरीदी किया जाना चाहिए जिससे पहले पंद्रह दिन हरुना किस्म की खरीदी हो जाएगी और फिर लंबी अवधि की धान आ जायेगी इससे खरीदी केंद्रों में बारदाना व्यवस्था, खरीदी की पर्याप्त जगह आदि आवश्यक व्यवस्था बनाने में सुविधा होगी। साथ ही धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य राज्य सरकार की 3100 रुपये और केन्द्र सरकार की बढ़ी हुई कीमत 117 रुपये जोड़कर 3217 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी होगी यह भी सुनिश्चित करना चाहिए।