रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शुक्रवार 13 सितंबर को राजधानी रायपुर में कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस के दूसरे दिन मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के साथ जिलों में कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों की समीक्षा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय का स्वागत करते हुए डीजीपी जुनेजा। |
राजधानी रायपुर में आयोजित कलेक्टर-पुलिस अधीक्षक कांफ्रेंस स्थानीय न्यू सर्किट हाउस में प्रातः 10 बजे से शुरू हुई। इससे पहले कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के पहले दिन सीएम ने अफसरों से कहा था कि सभी फ्लैगशिप योजनाओं में सैचुरेशन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करें। सीएम ने कुछ जिलों में आम जनता और स्कूली छात्रों से शासकीय अधिकारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर सख्त नाराजगी जताई थी।
कॉन्फ्रेंस में उपस्थित अधिकारी गण। |
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों-कर्मचारियों की भाषा-शैली मर्यादित होनी चाहिए। उन्होंने कलेक्टरों को जनसामान्य से संयमित लहजे में बातचीत करने की हिदायत दी और कहा कि यदि आपके अधीनस्थ अधिकारी भाषा संयम न रखें, तो उन पर तत्काल सख्त कार्यवाही करें। नहीं तो मैं कार्यवाही करूंगा।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव का बिलासपुर रेंज पुलिस को निर्देश
बिलासपुर रेंज में अपराधों में कमी आई है, लेकिन इससे संतोष करना नही है, हमारी सरकार सुशासन देने के लिए प्रतिबद्ध है।पिछले वर्षों की तुलना में अपराध में कमी आई है ,जिला बदर और प्रतिबंधात्मक संबधी कार्रवाई रुकनी नही चाहिए। एसपी और कलेक्टर टीम भावना से आपसी समन्वय से काम करें। धार्मिक मामलों में लापरवाही न करें और तुरंत कार्रवाई करें। हत्या जैसे मामले में कार्रवाई में देरी नहीं होनी चाहिए , ऐसे केस जल्दी सॉल्व करें। गौ-तस्करी व नशा एक बहुत बड़ी समस्या है, इस पर नियंत्रण पाना है, ऐसे मामलों में एंड टू एंड कार्रवाई करनी है।दुर्ग रेंज पुलिस की कार्यप्रणाली पर असंतोष
मुख्यमंत्री ने कहा दुर्ग पुलिस रेंज को और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। हत्या और डकैती के मामले 6 महीने में भी नहीं सुलझ पा रहे हैं, ये सही नही है। कई मामलों में आरोपी फरार हैं, इस पर जल्दी कार्रवाई होनी चाहिए। किसान सम्मान निधि में धोखाधड़ी का मामला सामने आया था, ऐसे गड़बड़ी भविष्य में दोबारा नहीं होनी चाहिए। प्रतिबंधात्मक मामलों में देरी न हो और जिला बदर की कार्रवाई केवल कागजों पे ना हो बल्कि वास्तव में हो। नए कानून की जानकारी को बेहतर तरीके से स्वीकार करें और जरूरत के अनुसार ट्रेनिंग कर खुद को अपडेट करते रहें।
राजनांदगांव रेंज में शराब की अवैध बिक्री की बहुत शिकायत
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनांदगांव रेंज में कुछ जगह अच्छे काम हुए हैं, त्रिनेत्र एप और चिटफंड मामलों में अच्छी कार्रवाई हुई है लेकिन सिर्फ इतना पर्याप्त नहीं है। यहाँ अवैध शराब बिक्री की बहुत शिकायत है। जिसे पुलिस के संरक्षण के आरोप लगते हैं, ये बिलकुल नहीं होना चाहिए। अवैध शराब बिक्री पूरी तरह बंद होना चाहिए ।
कई जगहों में जांच को लेकर काफी आक्रोश है, शिकायत मिलती है की जांच टीम सही से जांच नही कर रही। अधिकारी जांच में उपस्थित नही रहते हैं। ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी, काम में लापरवाही बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।
रायपुर रेंज की पुलिसिंग बेस्ट हो
मुख्यमंत्री का कहना है कि रायपुर प्रदेश की राजधानी है, यहां की पुलिसिंग बेस्ट हो ये बहुत ज़रूरी है। रायपुर में पिछली कुछ घटनाओं से राजधानी की छवि धूमिल हुई है। रायपुर में भूमाफियों द्वारा शासकीय और आम लोगों की जमीन पर कब्जा की बहुत शिकायतें हैं, राजस्व और पुलिस मिल कर इस पर नियंत्रण करें। राजधानी में रात में गश्त बहुत जरूरी है। यहां नशीली दवाइयों की बिक्री पर कार्रवाई बहुत जरूरी है। इनके इकोसिस्टम को तोड़िए और अपराध के जड़ में जाइए। नशे के खिलाफ स्कूल कॉलेज में अभियान चलाकर जागरूकता लाने की जरूरत है। रायपुर में पुलिस पेट्रोलिंग बराबर हो और संगठित अपराध पर लगातार कार्रवाई होनी चाहिए। सभी जिलों की पुलिस योजना बनाकर कार्रवाई करें ताकि अपराध और अपराधियों पर लगाम लगे।