महासमुन्द । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय महासमुन्द में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्रीकृष्ण की आकर्षक झांकी सजाई गई। कान्हा को झूला झुलाकर ईश्वरीय परिजन रोमांचित महसूस हो रहे थे। कार्यक्रम का संचालन करते हुए बीके सुषमा बहन ने सभी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दी।
महासमुन्द केंद्र की संचालिका प्रीति दीदी ने इस अवसर पर बाबा के मुरली संदेश में कहा कि श्रीकृष्ण जन्म से ही इतने महान थे, अवश्य ही उन्होंने पूर्व जन्म में महान पुण्य किया होगा। इसके कारण उन्होंने सर्वश्रेष्ठ देव पद और राज्य भाग्य प्राप्त किया । उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जी में 64 से ज्यादा गुण थे। वह गुणों के धनी थे। उन्होंने जन्माष्टमी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि हिंदू धर्म में देवी-देवताओं में सबसे ज्यादा श्रीकृष्ण की ही महिमा का वर्णन होती है। वह इतनी दिव्य व श्रेष्ठ आत्मा थे कि युग परिवर्तन के आधार स्तंभ बने।