रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन आज विपक्षी सदस्यों ने बलौदाबाजार में हुई आगजनी और तोड़फोड़ का मामला जोरशोर से उठाया। शून्यकाल के दौरान विपक्षी सदस्य इस मामले में स्थगन प्रस्ताव लाए। स्थगन प्रस्ताव की ग्राह्यता पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। नेता-प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि यह घटना प्रदेश की समरसता और भाईचारे को खत्म करने का षड़यंत्र है।
जवाब में उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने अपने वक्तव्य में बताया कि अमरगुफा घटना में समुचित कार्रवाई की गई है। आगजनी और तोड़फोड़ के दौरान चालीस पुलिस कर्मचारी घायल हुए थे और चौदह केस दर्ज किए गए थे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने बलौदाबाजार आगजनी और हिंसा मामले पर स्थगन को अग्राह्य कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्थगन प्रस्ताव को अग्राह्य करते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी और हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई, तो विपक्ष ने एक बार फिर बलौदाबाजार आगजनी और तोड़फोड़ मामले में लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराए जाने की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह ने विपक्ष के आग्रह को स्वीकार नहीं किया। इस पर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में प्रवेश किया, जिसके चलते वे सभी सदस्य स्वयमेव निलंबित हो गए।
इससे पहले, सत्र की शुरूआत में आज पांच दिवंगत पूर्व विधानसभा सदस्यों - मकसूदन लाल चंद्राकर, अमीन साय, लक्ष्मी प्रसाद पटेल, अग्नि चंद्राकर और अंतु राम कश्यप को श्रद्धांजलि देने के साथ ही उनके राजनीतिक और सामाजिक योगदान को याद किया गया।
इसके अलावा आज प्रश्नकाल के दौरान स्कूलों में शिक्षकों की कमी का मामला भी उठा। भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने जानना चाहा कि स्कूलों में रिक्त पदों पर भर्ती कब तक की जाएगी। जवाब में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। देश में छब्बीस विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। जबकि प्रदेश में इक्कीस विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की पदस्थापना में अब युक्तियुक्तकरण किया जाएगा, जिससें सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे। साथ ही सभी स्कूलों में विषय-विशेषज्ञ शिक्षकांं की पदस्थापना की जाएगी।
वहीं, सदन में आज भाजपा विधायक भावना बोहरा और अजय चंद्राकर द्वारा कबीरधाम जिला के पिपरिया थाना अंतर्गत बिरकोना ग्राम में एक किसान की हत्या के मामले में पेश ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने आज सदन में वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले अनुपूरक अनुमान को पटल पर रखा। इस पर कल सदन में चर्चा होगी।