आनंदराम पत्रकारश्री.
महासमुंद। छत्तीसगढ़ की प्राचीन राजधानी श्रीपुर ( अब सिरपुर ) में गड़ा धन खोजने वालों का गिरोह सक्रिय है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा संरक्षित क्षेत्र में सारेआम गड़ा धन खोदने के नाम पर पुरातात्विक विरासत को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और पर्यटन, संस्कृति, पुरातत्व विभाग के जिम्मेदार लोग कुम्भकर्णी निंद्रा में है।
25-26 जून की दरम्यानी रात में करबिन तालाब के पास सिरपुर के समीप जेसीबी से जंगल में खोदाई की गई। यहाँ से निकले खजाना (कथित गड़ा धन अथवा बेशकीमती प्राचीन मूर्ति) को लेकर चोर भाग निकले, ऐसी आशंका जताई जा रही है। खोदाई करने में उपयोग किए गए जेसीबी को वन विभाग के डिपो सिरपुर में रखा गया है।
कार्यवाही के नाम पर वन और पुलिस के अमले ने भी हाथ बांध रखा है। इससे ग्रामीणों को संदेह है कि इस समूचे वारदात को अंजाम देने वाले राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि सिरपुर क्षेत्र में गड़ा धन खोदने की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी महासमुन्द क्षेत्र के अनेक सफेदपोश और सत्तारूढ़ दल से जुड़े रहे लोगों को पकड़ा गया था। बताया जा रहा है कि वन विभाग, पुरातत्व विभाग का मामला मानकर चुप्पी साध लिया है, वही पुरातत्व संरक्षण विभाग के लोग कोई शिकायत अथवा लिखित सूचना नही मिलने का राग अलाप रहे हैं। बहरहाल, विश्व धरोहर (वर्ल्ड हेरिटेज) की सूची में नाम दर्ज कराने प्रतीक्षारत सिरपुर अपनी इस दुर्दशा पर आँसू बहाने विवश है।