Lokshabha Elections 2024 : उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रविवार को अमित शाह की रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक पत्रकार को पीट-पीट कर अस्पताल पहुंचा दिया। मिली जानकारी के अनुसार, पत्रकार राघव त्रिवेदी रैली में आई कुछ महिलाओं से बात कर रहे थे, जिन्होंने खुलासा कर दिया कि उन्हें 100-100 रुपये देकर रैली में लाया गया है। इसी बात से नाराज होकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पत्रकार त्रिवेदी के साथ पहले गालीगलौज और धक्कामुकी की और फिर उन्हें बुरी तरह पीटकर घायल कर दिया। त्रिवेदी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमित शाह की रैली में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकार से मारपीट पर पीएम मोदी को घेरते हुए कहा कि आज देश में दो तरह की मीडिया हैं- एक वो जिनकी पीठ ‘झूठ और नफ़रत’ फैलाने पर प्रधानमंत्री खुद थपथपाते हैं। दूसरे वो जो ‘सच की आवाज़’ उठाने की कीमत अपनी जान जोखिम में डाल कर चुका रहे हैं। देश के गृहमंत्री की सभा में बस अपना काम कर रहे एक जुझारू पत्रकार के साथ पुलिस के संरक्षण में ऐसी गुंडागर्दी बताती है कि क्यों नरेंद्र मोदी के राज में भारत प्रेस फ्रीडम के मामले में 159वें स्थान पर है। हम सब इस बहादुर युवा के साथ खड़े हैं।
प्रेस क्लब ने भी चुनाव आयोग से की कार्रवाई की मांग
वहीं प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। प्रेस क्लब ने एक्स पर कहा कि हम यूपी के रायबरेली में केंद्रीय गृह मंत्री, अमित शाह की रैली को कवर करने के दौरान @मोलिटिक्सइंडिया के पत्रकार राघव त्रिवेदी पर हमले की निंदा करते हैं। हम चुनाव आयोग और स्थानीय अधिकारियों से हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं। रोजमर्रा की रिपोर्टिंग में पत्रकारों को नियमित रूप से शारीरिक धमकी, उत्पीड़न और हमले का शिकार होना पड़ता है। ऐसी चीजें लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने के नाते भारत को कमजोर करती हैं।
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भी घटना को लेकर कहा, आज देश में दो तरह की मीडिया हैं- एक वो जिनकी पीठ ‘झूठ और नफ़रत’ फैलाने पर प्रधानमंत्री खुद थपथपाते हैं। दूसरे वो जो ‘सच की आवाज़’ उठाने की कीमत अपनी जान जोखिम में डाल कर चुका रहे हैं। देश के गृहमंत्री की सभा में बस अपना काम कर रहे एक जुझारू पत्रकार के साथ पुलिस के संरक्षण में ऐसी गुंडागर्दी बताती है कि क्यों नरेंद्र मोदी के राज में भारत प्रेस फ्रीडम के मामले में 159वें स्थान पर है। हम सब इस बहादुर युवा के साथ खड़े हैं।