रायपुर : छत्तीसगढ़ के कांकेर में अपनी मां की ही तिजोरी में सेंध लगाने वाली बेटी और उसके दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि जमीन बेचने के बाद घर में रखे लाखों रूपये देखकर शादीशुदा बेटी की नियत बिगड़ गयी थी। पहले तो उसने अपनी मां से पैसे मांगे थे। लेकिन जब मां ने पैसे देने से इंकार कर दिया तब बेटी ने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दे दिया। पुलिस ने चोरी की इस वारदात में महिला सहित उसके दो साथियों को अरेस्ट किया है।
चोरी का ये पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक ग्राम नांदनमारा निवासी चरणबती कोर्राम के घर 9 मई गुरुवार की रात घर के अलमारी में रखे 9 लाख रुपए की चोरी हो गयी थी। इसकी शिकायत महिला ने कोतवाली थाना में दर्ज करायी थी। पीड़िता ने बताया था कि पिछले दिनों उसने अपनी जमीन बेची थी। जिससे उसे 12 लाख रुपए मिले थे। जमीन की पैसों में उसे उसने 3 लाख रुपए घर बनाने में खर्च कर दिया था और शेष बचे 9 लाख रूपये वह घर की आलमारी में रखी थी। 9 मई की रात चरणबती कोर्राम किसी काम से कांकेर से बाहर गई थी।
दूसरे दिन सुबह जब वह घर लौटी, तो उसने देखा कि आलमारी से 9 लाख रुपए गायब हैं। घर से पैसों की जोरी होने की जानकारी के बाद महिला ने इस मामले की शिकायत कोतवाली थाना में दर्ज करायी थी। महिला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने टीम गठित कर अज्ञात आरोपियों की तलाश शुरू की गई। जांच के दौरान पता चला कि महिला की मानिकपुर निवासी बेटी सुरेखा मरकाम पति स्व. आत्माराम मरकाम की भूमिका पुलिस को संदिग्ध लगी। जिसके बाद पुलिस ने सुरेखा को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में बेटी सुरेखा मरकाम ने बताया कि उसे पैसों की जरूरत होने पर उसने मां रुपयों की मांग की थी। महिला द्वारा पैसे देने से मना करने पर सुरेखा ने अपने अन्य दो दोस्त सोमारू पांडे और शीतल नायक उर्फ कांता के साथ मिलकर चोरी की प्लानिंग बनायी। इसके बाद मां के घर से बाहर जाते ही आरोपियों ने घर से 9 लाख रूपये की चोरी कर आपस में बांट लिए। तीनों ने आपस में चोरी के पैसे बराबर 3-3 लाख रुपए बांट लिए थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 8 लाख 14 हजार 500 रुपए बरामद किया है। चोरी में शामिल महिला की बेटी सहित तीनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।