Ram Mandir Ayodhya : अलौकिक राम मंदिर में रामनवमी का मुख्य पर्व बुधवार को पहली बार मनाया जाएगा। यह पहली रामनवमी भी ऐतिहासिक होगी। इस पर्व पर रामलला के प्राकट्य बेला में मध्याह्न भगवान के ललाट पर सूर्याभिषेक हुआ। सूर्य की रश्मियां सटीक रूप से ललाट के मध्य पर आज 11.58 मिनट से 12.02 मिनट तक रहीं। तकरीबन 4 मिनट तक रामलला की मूर्ति के मस्तक पर सूर्य तिलक रहा। सूर्य की रोशनी रामलला पर इस तरह पड़ी, मानो भगवान राम को सूर्य तिलक लगाया हो।
राम नवमी पर दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद में धनिया की पंजीरी मिलेगी। वापसी मार्ग पर उन्हें प्रसाद दिया जाएगा। इसके अलावा 15 लाख पैकेट विशेष प्रसाद भी वितरित किया जाएगा। दर्शन मार्ग पर छाया के लिए जर्मन हैंगर लगाए गए हैं। धूप से पैर न जलें, इसके लिए मैट बिछाई जा रही है। दर्शन मार्ग पर पीने के पानी और टायलेट का भरपूर इंतजाम किया गया है। प्रसाद के निमित्त धनिया की पंजीरी की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है।
उधर रामनवमी के पर्व पर रामलला का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए वापसी का नया रास्ता तैयार हो गया है। इस नये रास्ते पर भी रेड कार्पेट बिछा दी गयी है। टाटा कंसल्टेंसी की ओर से तैयार कराए इस मार्ग का निरीक्षण मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने अपने सहयोगियों के साथ किया।