आनंदराम पत्रकारश्री
महासमुन्द । इतिहास साक्षी है-महासमुन्द संसदीय क्षेत्र का चुनाव रोचक होता रहा है। जब-जब हाई प्रोफाइल नेता यहाँ से चुनाव लड़े, कुछ न कुछ लीग से हटकर हुआ। इस बार भी कुछ अलग होगा? इस पर सबकी निगाहें, खासकर मीडिया टकटकी लगाए देख रही है। हालांकि, इस बार मुकाबले में हाई प्रोफाइल लीडर नहीं हैं। बाहरी बनाम स्थानीय। युवा बनाम बुजुर्ग नेतृत्व। सक्रिय बनाम निष्क्रिय। और मोदी मैजिक बनाम जातिगत फैक्टर की चर्चा राजनीतिक गलियारे में खूब सुनाई दे रही है। इस बीच आज एक दिलचस्प नजारा, महासमुन्द कलेक्टोरेट में नजर आया। जब अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार ताम्रध्वज साहू का चरण स्पर्श कर भाजपा उम्मीदवार रूपकुमारी चौधरी ने सबको चौका दिया।
उन्होंने किसी तरह का 'आशीर्वाद' नहीं दिया। और अपने साथियों के साथ आगे बढ़ गए। बाद में मीडिया से हुई बातचीत में यह चुटकी लेने का विषय बन गया। जब मीडियाकर्मियों ने रूपकुमारी चौधरी से सवाल किया कि उन्हें क्या आशीर्वाद मिला। रूपकुमारी ने कहा कि -"यकायक उनसे मेरी मुलाकात हुई। मैंने उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। वे हमारे वरिष्ठ नेता हैं। निश्चित रूप से उनका... वे बड़े हैं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। उनसे औपचारिक बात हुई। उन्होंने पूछा-आज आप भी पर्चा भर रहीं हैं क्या? मैंने उनसे विजयश्री का आशीर्वाद मांगा है। क्या आर्शीवाद मिला? सवाल के जवाब में(मुस्कुराते हुए)- उन्होंने आशीर्वाद दिया, अथवा नहीं, वे ही बताएंगे। "
इधर, मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेस उम्मीदवार वरिष्ठ नेता ताम्रध्वज साहू ने कहा- मैंने तो कोई 'आशीर्वाद' का शब्द ही नहीं बोला है। जब उन्होंने प्रणाम किया है। मैंने पूछा उनको कि आज आप भी भर रहे हैं क्या? अच्छी प्रकिया है। हर्ष-उल्लास के वातावरण में मिल-बांटकर चुनाव लड़ना चाहिए। प्रतिक्रिया अच्छी है।"