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कल होगी आम चुनाव 2024 के तिथियों की घोषणा, लागू होगी आदर्श आचरण संहिता

नई दिल्ली । भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने कहा है कि 2024 के आम चुनावों और कुछ राज्य विधानसभाओं के कार्यक्रम की घोषणा शनिवार 16 मार्च को दोपहर 3 बजे की जाएगी। ईसीआई नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा, जिसे सोशल मीडिया पर लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त (मध्य में) राजीव कुमार के साथ नवनियुक्त निर्वाचन आयुक्त द्वय सुखविंदर सिंह और ज्ञानेश कुमार

ईसीआई ने हर राज्य में चुनाव तैयारियों का अपना राष्ट्रीय सर्वेक्षण पूरा कर लिया है और इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर के दौरे के साथ अपना सर्वेक्षण समाप्त किया।



इधर, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दलों ने 543 संसदीय क्षेत्रों के चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही शुरू कर दी है। भाजपा ने अब तक लोकसभा चुनाव के लिए 267 उम्मीदवारों की दो सूचियां जारी की हैं, जबकि कांग्रेस ने दो सूचियों में 82 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है।


इस बीच, ईसीआई ने 14 मार्च को भारतीय स्टेट बैंक से प्राप्त चुनावी बांड के आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया और सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए चुनावी बांड के दस्तावेजों को सीलबंद कवर/सील बक्से में वापस करने की भी मांग की है। 

लम्बे अर्से से चुनाव आचार संहिता लागू होने के कयास लगाए जा रहे थे। निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किए जाने से अब यह तय माना जा रहा है कि कल 16 मार्च को दोपहर में चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा होगी और लोकतंत्र के महापर्व में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने का अभियान जोर पकड़ेगा।

नव नियुक्त निर्वाचन आयुक्तों ने संभाला पदभार

नव नियुक्त निर्वाचन आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू ने शुक्रवार को अपना प्रभार संभाल लिया है। दोनों पूर्व नौकरशाहों को बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था। वे मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के संबंध में हाल में नया कानून लागू होने के बाद, निर्वाचन आयोग में नियुक्त किए गए पहले सदस्य हैं।

निर्वाचन आयोग के आधिकारिक जानकारी के अनुसार  ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू का स्वागत करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा-ऐसे ऐतिहासिक समय पर उनकी नियुक्ति के महत्व के बारे में बात की, जब निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव कराने की तैयारियां कर रहा है। अनूप चंद्र पांडे के 14 फरवरी को सेवानिवृत्त होने और आठ मार्च को अरुण गोयल के अचानक इस्तीफे के बाद निर्वाचन आयोग में ये पद खाली हो गए थे। ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू दोनों वर्ष 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी हैं। ज्ञानेश कुमार केरल कैडर से और सुखबीर सिंह संधू उत्तराखंड कैडर से हैं।

सहकारिता मंत्रालय के सचिव रहे हैं ज्ञानेश कुमार
ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल-कैडर के आईएएस अधिकारी रहे हैं। उनका जन्म 1964 में उत्तर प्रदेश में हुआ था। मई 2016 में ज्ञानेश को गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव बनाया गया था। वहीं मई 2022 में ज्ञानेश कुमार को सहकारिता मंत्रालय का नया सचिव नियुक्त किया था। उस वक्त ज्ञानेश संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव का प्रभार संभाल रहे थे। उन्होंने सहकारिता मंत्रालय सचिव के साथ-साथ संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। ज्ञानेश कुमार के गृह मंत्रालय में नियुक्ति के दौरान ही अनुच्छेद-370 हटा था। 

तेजतर्रार अफसरों में गिने जाते हैं डॉ. सुखबीर सिंह संधू
उत्तराखंड के मुख्य सचिव रहे सुखबीर सिंह संधू भी नए चुनाव आयुक्त बनाए गए हैं। डॉ. सुखबीर सिंह संधू 1988 बैच उत्तराखंड काडर के आईएएस अधिकारी हैं। संधू मूल रूप से उत्तराखंड कैडर के अफसर हैं। संधू उत्तराखंड सरकार में कई अहम पदों पर रह चुके हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एसएएस संधू का लंबा प्रशासनिक अनुभव है। वह तेजतर्रार अफसरों में गिने जाते हैं। डॉ. संधू केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय में अपर सचिव उच्च शिक्षा थे। वह 2011 तक पंजाब सरकार में प्रतिनियुक्ति पर रहे। वह ऊधमसिंह नगर जिले के पहले कलेक्टर भी रहे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जनरल बीसी खंडूड़ी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत के सचिव का दायित्व भी निभाया। बादल सरकार में वह मुख्यमंत्री के सचिव रहे। उत्तराखंड सरकार में उन्हें लोनिवि, कार्मिक, औद्योगिक विकास समेत कई महत्वपूर्ण विभागों का अनुभव रहा। 

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