रायपुर : कॉलेज के दिनों में मनोरंजक गतिविधियाँ ज़रूरी है, लेकिन उसके साथ अनुशासन भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अनुशासन ही हमें ज़िंदगी में सफलता की राह दिखाता है। जब हम लक्ष्य तय करते हैं, तो अनुशासन ही हमें उन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
यह बात शिक्षा मंत्री बृजमोहन ने मंगलवार को शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर विज्ञान महाविद्यालय का वार्षिक स्नेह सम्मेलन में कही।
उन्होंने कहा कि, अनुशासन हमें अपने समय का सदुपयोग करने में मदद करता है। जब हम अनुशासित होते हैं, तो हम अपना समय ज़रूरी कामों में लगाते हैं और बेकार की गतिविधियों में समय बर्बाद नहीं करते हैं। अनुशासन हमारी एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है। जब हम अनुशासित होते हैं, तो हम अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं और आसानी से विचलित नहीं होते हैं।
कॉलेज के दिन आपके जीवन के सबसे यादगार दिनों में से कुछ होंगे। अनुशासन के साथ, आप इन दिनों का भरपूर आनंद ले सकते हैं और ज़िंदगी में सफलता भी प्राप्त कर सकते हैं।
अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि, आज कल की पढ़ाई पढ़ाई के साथ एथिक्स, संस्कार, संस्कृति, अध्यात्म योग प्राणायाम के साथ ही गीत संगीत और खेल कूद भी शामिल करने चाहिए। जो विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास के लिए जरूरी है। उन्होंने रुचि के अनुसार करियर चुनाव की बात भी कही। साथ ही कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत का सपना देखा है जिसको पूरा करने के लिए हमको पढ़ाई के साथ-साथ दूसरे क्षेत्रों में भी आगे आना होगा। अब उच्च शिक्षा शोध और नवाचार आदि से जुड़ी होनी चाहिए हमको सभी क्षेत्रों में हमको नंबर वन बनाना होगा।