Maldives Row: पीएम मोदी और भारत के खिलाफ मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों ने आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद भारत और मालदीव के रिश्ते बिगड़ते चले गए। भले ही मोहम्मद मुइज्जू सरकार का कड़ा एक्शन लेते हुए तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया, लेकिन मालदीव के विपक्षी नेता लगातार राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर निशाना साध रहे हैं।
मालदीव जम्हूरी पार्टी (जेपी) के नेता कासिम इब्राहिम ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों से औपचारिक रूप से माफी मांगने की बात कही है। कासिम इब्राहिम ने कहा कि पड़ोसी देश के बारे में हमें इस तरह से बात नहीं करनी चाहिए जो दोनों देशों के रिश्ते को प्रभावित करती है। मैं राष्ट्रपति मुइज्जू से औपचारिक रूप से माफी मांगने के लिए कहता हूं।
मालदीव की संसद में सबसे बड़ी मुख्य विपक्षी पार्टी एमडीपी, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के लिए एक प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रही है। जिसके बाद मुइज्जू की सरकार गिरने की आशंका है।
कुछ दिनों पहले कई विपक्षी नेताओं ने एक साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया था। एमडीपी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री फैयाज इस्माइल व संसद उपाध्यक्ष सांसद अहमद सलीम ने डेमोक्रेट पार्टी अध्यक्ष सांसद हसन लतीफ और संसदीय समूह के नेता सांसद अली अजीम के साथ बुधवार को संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
विपक्षी नेताओं ने कहा,"देश की सरकारों को मालदीव के लोगों के लाभ के लिए सभी विकास भागीदारों के साथ काम करना चाहिए। अब तक मालदीव पारंपरिक रूप से यही करता आया है। हिंद महासागर में स्थिरता और सुरक्षा मालदीव की स्थिरता और सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।"