रायपुर। IPS मयंक श्रीवास्तव ने आज जनसंपर्क आयुक्त का पदभार संभाल लिया है। बीजेपी की सरकार बनने के बाद सालों तक लूप लाइन में रहे मयंक श्रीवास्तव ने शानदार वापसी की है। मयंक श्रीवास्तव अभी अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं, एसडीआरएफ के निदेशक थे। मयंक श्रीवास्तव मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं।
मयंक श्रीवास्तव ने बतौर IPS कई अहम जिलों की कमान संभाली है। बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर के साथ-साथ वो कोरबा जैसे बड़े जिलों में रह चुके हैं। 2018 में कोरबा एसपी रहे मयंक श्रीवास्तव को रायपुर बुला लिया गया था। ये बात अलग है कि पिछले 5 सालों में मयंक श्रीवास्तव मेन स्ट्रीम की पुलिसिंग से दूर रहे।
मयंक श्रीवास्तव 2006 बैच के आईपीएस ऑफिसर है. मयंक श्रीवास्तव अब छत्तीसगढ़ जनसंपर्क के आयुक्त सह संचालक होंगे। ये दूसरी बार है जब किसी आईपीएस ऑफिसर के हाथों में जनसंपर्क की जिम्मेदारी होगी। मयंक श्रीवास्तव अब तक अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं, एसडीआरएफ के निदेशक थे। मयंक श्रीवास्तव मूल रूप से यूपी के निवासी हैं।
मयंक आईपीएस के रूप में कई अहम जिलों की जिम्मेदारी संभाल चुके है। वो पोस्टिंग के दौरान बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर सहित कोरबा में भी अपनी सेवा दे चुके हैं। 2018 में कोरबा एसपी रहे मयंक श्रीवास्तव को रायपुर बुला लिया गया था, उसके बाद उन्हें अच्छी पोस्टिंग नहीं मिल सकी। पिछले 5 सालों में मयंक श्रीवास्तव मेन स्ट्रीम की पुलिसिंग से दूर रहे है।
बता दें, मयंक श्रीवास्तव ने बतौर SDRF चीफ कई अहम रेस्क्यू आपरेशन को अपनी सूझ बुझ से सफलता बनाया है। बोरवेल में गिरे जांजगीर के राहुल साहू के 110 घंटे चले रेस्क्यू आपरेशन को मयंक श्रीवास्तव की अगुवाई वाली SDRF की टीम ने अंजाम दिया था। फिलहाल सरकार ने आईपीएस ऑफिसर मयंक को जनसंपर्क की जिम्मेदारी सौंपी है।