पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर बिना नाम लिए लालू-राबड़ी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। रविवार को जेडीयू की भीम संसद कार्यक्रम के दौरान भी नीतीश कुमार ने इशारों-इशारों में आरजेडी सरकार पर निशाना साधा था। अब आरजेडी ने नीतीश कुमार के बयान पर आपत्ति जताई है। आरजेडी के वरिष्ठ नेता और लालू यादव के बेहद करीबी शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि हर नेता को यही लगता है कि जब वह सत्ता में आया तब सब काम हुआ। नीतीश कुमार भी आए दिन लालू-राबड़ी शासन काल पर सवाल उठाते रहते हैं। शिवानंद तिवारी ने सलाह देते हुए कहा कि नीतीश कुमार को बिहार में रोजगार पर ध्यान देना चाहिए। नौकरी को लेकर जो पलायन हो रहा है, इसको रोकने की जरूरत है।
शिवानंद तिवारी ने कर्पूरी ठाकुर के लिए प्रयोग किए जाने वाले शब्दों एवं वैसे दबे हुए समाज से लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री बनने और दलित समाज को बदलने के लक्ष्य को लेकर किए जाने वालों कार्यों की याद दिलायी। उन्होंने बताया कि 1990 मार्च में एक योजना शुरू की गयी, जिससे दलित समाज के जीवन में सकारात्मक बदलाव की शुरुआत हुई। इंदिर आवास योजना के तहत दो वर्षों में 60 हजार मकान बनाए गए जबकि 1996 तक 3 लाख मकान बन गए। राजधानी पटना में भी पक्का मकान बनाकर दलित को उपलब्ध कराया गया। अब उन दलितों का परिवार बड़ा हो गया है, उनके आवासों को विस्तारित करने और उनसे बेहतर आवास बनाए जाने की आवश्यकता जतायी।
गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वर्ष 2005 के पहले राज्य की क्या स्थिति थी? शाम के बाद घर से बाहर लोग नहीं निकलते थे। बच्चियां कहां पढ़ पाती थी? हमने बच्चे-बच्चियों को पढ़ने का इंतजाम कराया। जबसे हमने पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकायों में 50 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिया है, तो हर जगह महिलाएं दिख रही हैं।