इजराइल फिलिस्तीन में एक बार फिर जंग छिड़ गई है. गाजा स्थित संगठन हमास ने पांच हजार से ज्यादा रॉकेट इजराइल पर दागे हैं. इजराइल इससे नाराज है और युद्ध का ऐलान कर दिया है. अमेरिका ने इस बीच इजराइल को अपना पूरा समर्थन दिया है. हमास ने खासतौर पर दक्षिण और मध्य इजराइल को निशाना बनाया है. दक्षिणी क्षेत्र में सैन्य कैंप पर हमला किया गया है. इतना ही नहीं हमास ने कई इजराइली सैनिकों को बंधक भी बना लिया है. हमास के हमले में इजराइल में कुछ 15 लोगों के घायल होने की खबर है.
अमेरिका का कहना है कि इजराइल को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है. तेल अवीव में भी रॉकेट हमला किया गया है. बताया जा रहा है कि इजराइली सेना के वाहनों पर भी हमास के लड़ाकों ने कब्जा कर लिया है. दर्जनों लड़ाके इजराइली सेना के कैंप में घुस गए हैं. कई इजराइली सैनिकों को बंदी बना लिया है. भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने ट्वीट किया कि यहूदी छुट्टियों के दौरान इजराइल पर गाजा से संयुक्त हमला हो रहा है. रॉकेट और हमास की जमीनी घुसपैठ दोनों से. हालात सरल नहीं है लेकिन इजराइल जीतेगा.
हमास के सत्ता संभालने के बाद 2007 से इजराइल ने गाजा पर गंभीर नाकाबंदी की है. फिलिस्तीनी उग्रवादियों और इजराइल ने तब से कई विनाशकारी युद्ध लड़े हैं. इजराइल लंबे समय से फिलिस्तीनियों पर हमले कर रहा है. इजराइली सेना आए दिन फिलिस्तीनियों के घरों में घुसपैठ करती है और तबाही मचाती है. आए दिन फिलिस्तीनियों के मारे जाने की खबरें आम हो गई हैं. आए दिन फिलिस्तीनी नागरिकों इजराइली सेना हमले करती है. ताजा टकराव सितंबर में बढ़े तनाव के बाद शुरू हुआ है. इजराइल ने इस बीच गाजा के श्रमिकों के लिए सीमा भी बंद कर दी थी. फिलिस्तीन आए दिन यहां विरोध-प्रदर्शन करते देखे जाते हैं. इस इजराइल को क्रॉसिंग को भी बंद करना पड़ा है.