आनंदराम पत्रकारश्री. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुख्य मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं। 'आप' दम-खम के साथ मैदान में उतरती है तो तीसरा विकल्प हो सकता है। इस बीच अब उम्मीदवारों की घोषणा पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। ज्यों-ज्यों निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने की तिथि (अक्टूबर का प्रथम सप्ताह) नजदीक आ रही है। त्यों-त्यों दोनों ही पार्टियों में संभावित उम्मीदवारों की धड़कनें अपनी टिकट को लेकर बढ़ती जा रही है। राजनीतिक चर्चाओ का बाजार गर्माने लगा है।
जिन नामों पर मुहर लगने की अटकलें लगाई जा रही है उनमें भूपेश बघेल पाटन, टीएस सिंहदेव अंबिकापुर, संतराम नेताम केशकाल, अरुण वोरा दुर्ग शहर, ताम्रध्वज साहू दुर्ग ग्रामीण, रविंद्र चौबे साजा, अमितेश शुक्ला राजिम, धनेंद्र साहू अभनपुर, मोहम्मद अकबर कवर्धा, विकास उपाध्याय रायपुर पश्चिम, शिव डहरिया आरंग, गुलाब कमरो भरतपुर सोनहट, अमरजीत भगत सीतापुर, दलेश्वर साहू डोंगरगांव, गुरु रुद्रकुमार नवागढ़, द्वारिकाधीश यादव खल्लारी, कवासी लखमा कोंटा, आशीष छाबड़ा बेमेतरा, उमेश पटेल खरसिया, मोहन मरकाम कोंडागांव, विक्रम मंडावी बीजापुर, उत्तरी जांगड़े सारंगढ़, जयसिंह अग्रवाल कोरबा, लखेश्वर बघेल बस्तर, अनिला भेड़िया डौंडीलोहारा, रामपुकार सिंह पत्थलगांव, चरणदास महंत सक्ती, लालजीत राठिया धर्मजयगढ़, पुरषोत्तम कंवर कटघोरा और शैलेश पांडे बिलासपुर शामिल हैं।
बहरहाल, छत्तीसगढ़ में दूसरी बार लगातार सरकार बनाने की उम्मीद लेकर उम्मीदवार की घोषणा में कांग्रेस कोई भी कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है।