आरंग। राजभाषा आयोग द्वारा राजधानी रायपुर में आयोजित सातवां प्रांतीय सम्मेलन में पीपला फाउंडेशन के सदस्यों ने भाग लिया। सम्मेलन में सम्मिलित होकर छत्तीसगढ़ राज भाषा आयोग के सचिव डाक्टर अनिल भतपहरी सहित अनेक विद्वानों को आरंग के इतिहास पर केंद्रित पत्रिका भेंट किया।
साथ ही महादानी राजा मोरध्वज की गाथा को स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग की। राजभाषा के विभिन्न प्रकाशन में प्राचीन नगर आरंग की महत्ता को स्थापित करने संबंधी चर्चा की। आयोग के सचिव डॉ भतपहरी ने आरंग के इतिहास पर केंद्रित पत्रिका की उन्मुक्त कंठ से सराहना करते हुए पीपला फाउंडेशन और श्रीपुर एक्सप्रेस प्रकाशन को शुभकामनाएं दी।
ज्ञात हो कि पीपला फाउंडेशन निरंतर महादानी राजा मोरध्वज की कहानी को बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। आरंग के प्राचीन इतिहास को जन जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।