आरंग। आरंग नगर में कलई रोड किनारे छत्तीसगढ़ का पहला रेन वाटर हार्वेस्टिंग पार्क बन रहा है। इसकी लागत करीब 18 करोड़ रुपये अनुमानित है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी होरी सिंह ठाकुर ने बताया कि करीब साढ़े 11 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग पार्क से आरंग में पर्यटन को बल मिलेगा। गौरतलब है कि भारत में एकमात्र कौशल्या माता मंदिर आरंग विधानसभा क्षेत्र के चंदखुरी में स्थित है।
चंदखुरी, आरंग, सिरपुर, बारनवापारा एक रूट पर पर्यटन सर्किट बनता है तो प्राचीन नगर आरंग में पर्यटन की अपार संभावनाएं रहेगी। आरंग के सबसे बड़े झलमला तालाब में पाथ-वे बनाकर पर्यटकों के लिए तैयार किया जा रहा है। वहीं, रेन वाटर हार्वेस्टिंग पार्क (एडवेंचर स्पोर्ट्स और वाटर हार्वेस्टिंग) की परिकल्पना आरंग क्षेत्र के विकास में सहायक साबित होगी।
उल्लेखनीय है कि आरंग में हाथी पाव (फाइलेरिया) की समस्या विकराल रूप ले रही थी। नगर के सबसे बड़े तालाब झलमला ताल में गंदगी की वजह से यह बीमारियों का गढ़ बन रहा था। इस तालाब के पानी का सैम्पल लेकर अहमदाबाद भेजा गया। मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया की दूरागामी सोच से वाटर हार्वेस्टिंग और झलमला तालाब का वाटर रिचार्ज करने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इसका लाभ क्षेत्रवासियों को बहुत जल्दी मिलने लगेगा।