पटेवा। महासमुन्द जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर प्राथमिक शाला सलिहाभांठा (संकुल बनपचरी) के बच्चों ने कृष्ण जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाया। शाला के बच्चे राधा-कृष्ण की वेशभूषा में सज-धजकर निकले। दही लूट कर और मटकी फोड़कर लोगों का खूब मन मोहा और रोमांचित किया। गांव की माताओं के द्वारा शाला में राधा-कृष्ण की पूजा कर, उन्हें माखन खिलाकर गांव भ्रमण के लिए आमंत्रित किया गया।
प्रधानपाठक योगेश निर्मलकर और शिक्षक धर्मेंद्र ध्रुव के मार्गदर्शन में शाला से सभी बाल गोपाल और राधा बनी बालाएं बैंड बाजा के साथ नाचते-कूदते गांव भ्रमण करने निकले। गांव में हर घर से इन बाल गोपालों का स्वागत और आरती, पूजा किया गया। गांव के लोगों द्वारा छः जगहों पर लगाए दही हांडी को नन्हे माखनचोर औऱ बाल राधाओं के द्वारा फोड़ा गया और प्रतीकात्मक दही लूट किया गया। गांव भ्रमण के दौरान पूरे गांव वाले भी बच्चों के साथ झूमते नाचते हुए साथ चल रहे थे।
भ्रमण से आने के बाद शाला में लगी एक दही हांडी को कृष्ण बने नन्हे बाल गोपालों ने तो दूसरे दही हांडी को राधा बनी बाल गोपियों ने तोड़ा। सभी बच्चे बड़े ही मजे से खूब नाचते झूम रहे थे। इसके पश्चात माता और पिता समूह से पालकों के लिए मटका फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रेमा दीवान, सती यादव, टुकेश्वरी ध्रुव तथा झड़ी राम ध्रुव विजयी रहे। विजयी प्रतिभागियों को शाला परिवार व ग्राम आदिवासी समाज के द्वारा पुरुस्कार प्रदान किया गया। शाला परिवार की ओर से नवयुवा समूह को सदैव सक्रिय सहयोग के लिए अभिनंदन किया गया। गांव की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा भी शाला को इस आयोजन के लिए सहयोग प्रदान किया गया। गांव के लोगों ने इस कार्यक्रम की खूब सराहना की।
इस आयोजन की सफलता में शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पिरीत राम साहू, सुकदेव दीवान, बिसनी बाई दीवान, हेमलता ध्रुव, पंचराम ध्रुव, युवा समूह से हितेश दीवान, पप्पू साहू, दीपक दीवान, अभिषेक दीवान, दरस यादव, भोजराम साहू, सुरेंद्र सिन्हा , गांव की महिला समूह का विशेष योगदान रहा। शाला के पूर्व छात्रों ने भी इस दौरान भरपूर सहयोग किया। इस दौरान घांसु राम दीवान, दौलत दीवान, पंच डेरहा राम दीवान, कचरी बाई बरिहा पंच, राजकुमारी साहू पंच, मया राम दीवान, लगन ध्रुव, यादराम साहू, संतुराम ध्रुव, दयालु राम ध्रुव, दुलारू राम यादव, तिलक साहू, जय सिंह यादव, संतोष यादव, मनोज, युवराज ध्रुव सहित गांव के सभी ग्रामीण और बच्चे उपस्थित थे।