इस बीच विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के डायरेक्टर एस उन्नीकृष्णन नायर ने कहा कि शुक्रवार को लॉन्च किया गया चंद्रयान-3 मिशन 40 दिन के महत्वपूर्ण चरण से गुजरेगा और फिर चंद्रमा की सतह पर ‘लैंडिंग’ के लिए इसमें लगे ‘थ्रस्टर्स’ की मदद से इसे पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा। नायर ने कहा कि चंद्रयान ने अब तक बहुत शानदार प्रदर्शन किया है। ये अब तक स्पेस यान के शुरुआती सभी मानकों पर खरा उतरा है।
चंद्रयान के थ्रस्टर्स को किया गया फायर
इसरो ने 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से एलवीएम3-एम4 रॉकेट के जरिए ‘चंद्रयान-3’ को लॉन्च किया था। शुक्रवार दोपहर 2.35 बजे उड़ान भरने के 17 मिनट बाद सैटेलाइट ने ऑर्बिट में एंट्री कर ली थी। नायर ने कहा, 'आज से चंद्रयान में लगे थ्रस्टर्स को ‘फायर’ किया जाएगा और 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर ‘लैंडिंग’ के लिए चंद्रयान-3 को पृथ्वी से दूर ले जाया जाएगा। नायर ने कहा कि चूंकि प्रयोग का पहला चरण सौ प्रतिशत सफल रहा है और अंतरिक्ष यान भी बहुत अच्छी स्थिति में है तथा यह अपनी प्रणोदन प्रणाली और उपकरणों का उपयोग करके चंद्रमा पर जाने में सक्षम होगा।