Responsive Ad Slot

Latest

latest


 

Kuno National Park में एक और अफ्रीकी चीते 'तेजस' की मौत, बीते तीन महीने में 7 की गई जान

 Kuno National Park : दक्षिण अफ्रीका से लाए गए और मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में रखे गए एक और चीता, तेजस की मंगलवार को मौत हो गई। तेजस से पहले पार्क में तीन चीतों और तीन शावकों की जान जा चुकी है। मॉनिटरिंग टीम को तेजस घायल अवस्था मे मिला था। उसका इलाज किया था, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। यह श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दो और चीतों को जंगल में छोड़े जाने के कुछ घंटों बाद आया है। दो चीतों के शामिल होने और अब तेजस की मौत के साथ, जंगल में इनकी कुल संख्या 11 तक पहुंच गई है।


श्योपुर के प्रभागीय वन अधिकारी पी के वर्मा ने बताया कि सोमवार को दो नर चीतों, प्रभाष और पावक को केएनपी के जंगल में छोड़ दिया गया। आठ नामीबियाई चीते, जिनमें पांच मादा और तीन नर शामिल थे, को केएनपी में लाया गया और भारत में प्रजातियों को फिर से पेश करने के एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के हिस्से के रूप में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले साल 17 सितंबर को विशेष बाड़ों में छोड़ दिया गया। इस साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से बारह और चीते - सात नर और पांच मादा - केएनपी में लाए गए थे।

मालूम हो कि 27 मार्च को, साशा नाम की मादा चीता की किडनी की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी. वहीं, 23 अप्रैल को उदय की मौत हो गई थी. इसके बाद 9 मई को दक्ष नामक मादा चीते को मेटिंग के दौरान एक नर चीते ने घायल कर दिया और बाद में उसकी मौत हो गई. 25 मई को दो चीता शावकों की मृत्यु हो गई. इससे पहले, केंद्र सरकार ने KNP में दो महीने के भीतर तीन शावकों समेत छह चीतों की मौत के पीछे किसी भी चूक से इनकार किया था.

एक अधिकारी ने कहा, ‘चीते की किसी भी मौत के पीछे कोई चूक नहीं है. मई महीने तक हुई छह मौतों के बाद दक्षिण अफ्रीकी वन्यजीव विशेषज्ञ विंसेंट वान डेर मेरवे ने और अधिक मौतों की भविष्यवाणी की थी. उन्होंने कहा था कि अगले कुछ महीनों में और भी अधिक मृत्यु दर देखने को मिलेगी.


Don't Miss
© Media24Media | All Rights Reserved | Infowt Information Web Technologies.