रायपुर। बेमेतरा जिले के धरदेई गौठान में
संचालित रीपा का नजारा देखकर सुखद एहसास होता है। यहां गांव की महिलाओं और पुरूष
अपनी-अपनी आय उपार्जन की गतिविधियों में पूरे मनोयोग से जुटे दिखाई देते हैं।
गौठान में संचालित ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) वास्तव में एक सुविधायुक्त
औद्योगिक केन्द्र का रूप ले चुका है। रीपा में महिलाएं मिनरल वाटर, पीनट
चिक्की, आर्टिफिशियल ज्वेलरी तैयार कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर
फर्नीचर का निर्माण भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और ग्रामीणों को गांव मे ही स्वरोजगार
से जोड़ने के उद्देश्य से पथरिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम धरदेई में महात्मा गॉंधी
ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) की स्थापना की गई है। कलेक्टर राहुल देव ने बीते
दिनों रीपा का आकस्मिक यहां स्व सहायता समूह की महिलाओं और पारंपरिक उद्यमियों
द्वारा उत्पादित सामग्रियों का अवलोकन किया तथा उत्पादन लागत, विपणन
तथा उससे होने वाली आमदनी की जानकारी ली। महिला समूह द्वारा तैयार पीनट चिक्की को
चखकर गुणवत्ता परखी और सराहना करते हुए अपने लिए क्रय भी किया। समूह की महिलाओं ने
बताया कि मार्च माह से मिनरल वॉटर का उत्पादन और विक्रय किया जा रहा है।
अब तक 48 हजार रुपए का
मिनरल वाटर विक्रय किया जा चुका है। बाजार में इसकी अच्छी मांग है। पाउच मशीन के
खराब होने की मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल शुरू कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने
रीपा में काम करने वाले समूहों और उद्यमियों की अच्छी आमदनी हो, इसके
लिए बेहतर कार्य योजना और उत्पादित सामग्रियों के परिवहन हेतु ई-रिक्शा भी उपलब्ध
कराने के निर्देश दिए। धरदेई के रीपा में महिलाओं और पारंपरिक उद्यमियों द्वारा
फर्नीचर, पीनट चिक्की, आर्टिफिशियल ज्वेलरी जैसी विभिन्न आय
मूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है।