विगत खरीफ सीजन में इसी अवधि पर 3928 करोड़ 71 लाख का ऋण वितरण किया गया था। इस तरह गत वर्ष की तुलना में चालू खरीफ में 1032 करोड़ 56 लाख रूपए अधिक का ऋण वितरित किया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश की 2058 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से इस वित्तीय वर्ष में 6100 करोड़ के ऋण वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा उद्यानिकी फसलों के लिए ब्याज मुक्त कृषि ऋण का प्रावधान किया गया है। सहकारी बैंकों के माध्यम से उद्यानिकी फसलों के लिए 230 करोड़ रूपए का लक्ष्य रखा गया है। निर्धारित लक्ष्य के विरूद्व अब तक 16.34 करोड़ रूपए का ऋण वितरित किया जा चुका है।
अपेक्स बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सहकारी बैंक, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से धान के अलावा उद्यानिकी की अधिसूचित फसल जैसे बैगन, टमाटर, अदरक, मिर्च, फूलगोभी, आलू, पपीता, अमरूद, केला, करेला, लौकी, परवल, कद्दू, बरबट्टी, तरोई, जिंमीकंद, शिमला मिर्च, गाजर, मूली, ककड़ी, खीरा, लहसून, हल्दी आदि फसलों के ऋणमान निर्धारित किया गया है।
सहकारी समितियों की कृषि ऋण साख व्यवस्था को अधिक गतिशील बनाने के लिए अपेक्स बैंक द्वारा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के जिला नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगद एवं कृषि आदान सामग्रियों के वितरण की सतत रूप से मानिटरिंग करें एवं किसानों की खेतीगत आवश्यकताओं की पूर्ति त्वरित गति से की जाए।