बिलासपुर। रतनपुर प्रकरण में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर एसपी ने रतनपुर थाना टीआई को लाइन अटैच कर दिया है. इसके साथ ही मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन कर सात दिन में रिपोर्ट तलब किया है. दुष्कर्म पीड़िता की मां को गिरफ्तार करने के मामले में धर्मनगरी में चंद रोज से माहौल गरमाया हुआ है. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में टीआई को निलंबित करने की मांग को लेकर कतिपय संगठन सड़क पर उतर आए थे. लोगों के गुस्से को देखते हुए बिलासपुर एसपी संतोष सिंह ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एएसपी (ग्रामीण) राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में एक दल का गठन किया है, जिसमें एसडीओपी कोटा सिद्धार्थ बघेल और निरीक्षक परिवेश तिवारी को शामिल किया गया है.
गौरतलब हैं कि रतनपुर थाना क्षेत्र में एक रेप पीड़िता युवती की रिपोर्ट पर ढाई महीने पहले आफताब नामक युवक पर रेप का आरोप लगाया गया था। पीड़िता का आरोप था कि उसका आरोपी युवक के साथ स्कूल के समय से ही पिछले 4 सालों से परिचय था। पीड़िता की रिपोर्ट के बाद जहां आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वही अब आरोपी आफताब के रिश्तेदार के 10 साल के बेटे ने पीड़िता की मां पर गलत काम करने का आरोप लगाया हैं। इस मामले की शिकायत पर भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रेप पीड़िता की मां के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था।
अब रेप पीड़िता ने साजिश के तहत उसकी मां को फंसाने का आरोप लगाया गया हैं। इस मामले में विश्व हिन्दु परिषद के बैनर तले थाने का घेराव कर तत्काल थानेदार कृष्णकांत सिंह को हटाने की मांग की गयी थी। पीड़िता की शिकायत और थानेदार पर लगे आरोप के बाद एसपी संतोष सिंह ने आज इस मामले में एक्शन लेते हुए थानेदार को लाइन अटेच कर दिया गया हैं। इसके साथ ही ग्रामीण एएसपी राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यी टीम गठित कर जांच का आदेश दिया गया हैं। एसपी संतोष सिंह ने बताया कि इस मामले के सभी पहलुओं की जांच का आदेश दिया गया हैं। एक सप्ताह के भीतर सभी पक्षों की जांच के बाद टीम रिपोर्ट पेश करेगी। जांच रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आयेंगे उस आधार पर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।