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सामाजिक सम्मेलन में भिड़े दो नेता, भाजपा-कांग्रेस से है जुड़ाव

 भय का वातावरण बनाने मुझसे की गई मारपीट : प्रकाश

सामाजिक मंच पर अनर्गल प्रलाप करने की परिणति : प्रमोद.




महासमुन्द। चन्द्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज रायपुर राज के पारागांव सम्मेलन में 30 अप्रैल को वह घटित हो गया, जो किसी भी सभ्य समाज में नहीं होना चाहिए। दो प्रभावशाली नेता आपस में भीड़ गए। पूर्व नपाध्यक्ष महासमुन्द प्रकाश चंद्राकर की रिपोर्ट पर आरंग थाना में गाली गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का अपराध भादवि की धारा 294, 323, 506 के तहत दर्ज किया गया है। मारपीट के आरोपित हैं प्रमोद चंद्राकर। वे जिला वनोपज यूनियन महासमुन्द के अध्यक्ष व महासमुन्द विधायक के भाई हैं।



आज प्रेस क्लब महासमुन्द में आयोजित प्रेसवार्ता में भाजपा नेता प्रकाश चंद्राकर  ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक और उनके भाई से उनके (प्रकाश के) जान को खतरा है। उन्होंने सिटी कोतवाली महासमुन्द में इसकी लिखित शिकायत करके सुरक्षा देने की मांग की है। प्रकाश ने मीडिया को बताया कि कल दिनांक 30 अप्रैल 2023 (दिन रविवार) को चंद्रनाहू कुर्मी क्षत्रिय समाज रायपुर राज के दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन का समापन समारोह था।  ग्राम पारागांव (महानदी के समीप) चंद्रनाहू समाज के परिसर में आयोजित समारोह में प्रकाश विशेष अतिथि थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व महासमुन्द विधायक और  समाज के प्रदेशाध्यक्ष विनोद सेवन लाल चंद्राकर थे। कथित तौर पर कार्यक्रम में विलंब होने की वजह से विनोद चंद्राकर समारोह स्थल से चले गए। इस बीच सामाजिक पदाधिकारियों ने पूर्व नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर को मुख्य अतिथि बनाया। मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह को संबोधित करके प्रकाश जैसे ही मंच से उतरे, कथित तौर पर प्रमोद चंद्राकर मारपीट करने लगे।
प्रकाश का कहना है कि अचानक गाली गलौज कर मुझ पर जानलेवा हमला किया। जिससे मुझे एवं समाज के पदाधिकारियों को गहरा आघात पहुंचा है। प्रकाश का आरोप है कि प्रमोद चंद्राकर द्वारा सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल करते हुए समाजजनों के बीच हमला करना कुर्मी समाज को खुली चुनौती देने के बराबर है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि प्रमोद चंद्राकर द्वारा समाज को भयाक्रान्त करने के उद्देश्य से ऐसी हरकत किया गया है।  जिससे समाज जनों ने क्षुब्ध होकर प्रकाश के साथ आरंग थाने में  प्रमोद चंद्राकर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया। जिस पर तत्काल जुर्म दर्ज किया गया है।

 
 निवास पर कुछ लोगों ने किया  पथराव


प्रेसवार्ता में प्रकाश ने बताया कि जब वे आरंग थाने में रिपोर्ट दर्ज करा रहे थे, उसी दौरान महासमुन्द स्थित उनके निवास पर कुछ लोग पथराव कर रहे थे। ये लोग कौन थे, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। उन्हें जब घर से सूचना मिली कि कुछ लोग घर के मेन गेट को खोलकर पत्थरबाजी कर रहे हैं। परिवार भयभीत हो गया है। उनके जान का खतरा महसूस कर रहे हैं। तब आरंग थाने से महासमुंद पहुंचकर महासमुद थाने में  सपरिवार सुरक्षा प्रदान करने लिखित शिकायत प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण या छोटी घटना नहीं है। उन्होंने परिवार के साथ आत्मघाती हमला की आशंका जताई है। प्रेसवार्ता में कहा कि- चूंकि आरोपी के बड़े भाई विनोद चंद्राकर छत्तीसगढ़ सरकार में संसदीय सचिव हैं। उनका कथित रूप से वरदहस्त प्राप्त है। प्रकाश का आरोप है कि इस तरह की घटनाएं अनेकों बार हो चुकी है।  जिससे शहर और आसपास के ग्रामीणजन भयभीत हैं। प्रकाश का कहना है कि एक जिम्मेदार शासन के प्रतिनिधि होने के नाते क्षेत्र के निवासियों के साथ सुख-दुख में साथ एवं आपसी भाईचारा बनाए रखने का कार्य उनके द्वारा किया जाना चाहिए।  लेकिन उनके भाई के द्वारा ऐसा कृत्य किया जाना बताता है कि क्षेत्र में दहशत का वातावरण बनाकर दहशत में राज करना चाहते हैं। समय रहते ऐसे कृत्यों पर अंकुश नहीं लगने से कभी भी किसी के साथ भी गम्भीर घटना घट सकती है।

 सामाजिक मंच पर अनर्गल प्रलाप करने की परिणति : प्रमोद

इस संबंध में वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए जिला वनोपज यूनियन के अध्यक्ष प्रमोद चंद्राकर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामाजिक मंच पर अनर्गल प्रलाप करने की परिणति है। उन्होंने बताया कि बागबाहरा रोड किनारे महासमुन्द स्थित चन्द्रनाहू शिक्षण संस्थान के समीप बने दुकानों में से एक दुकान को उन्होंने खरीदा है। इसे लेकर सामाजिक मंच पर बाहुबल पर बलात कब्जा करने जैसे अनर्गल आरोप लगाया जा रहा था। उस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मैं उपस्थित था। जब सांकेतिक रूप से इशारों-इशारों में मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा था। तब सब्र का बांध फूट पड़ा और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई। उन्होंने कहा कि हमारे बीच गाली गलौज हुई है, समाज के लोगों ने बीच बचाव किया। फिर मैं खुद को अपमानित महसूस होने पर कार्यक्रम स्थल से चला गया। बाद में पता चला है कि छोटी घटना को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जा रहा है। आरंग थाने में रिपोर्ट भी किया गया है। यह साधारण वैचारिक भिन्नता का मामला है, जिसे सामाजिक और राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। हम सामाजिक व्यक्ति हैं। जनसेवा से जुड़े हैं। न्याय के लिए सक्षम फोरम में हम अपना पक्ष रखेंगे।

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