दिल्ली। देश में कोरोना (CORONA) के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटे में भी कोरोना के 5,880 नए मामले दर्ज किए गए और सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 35,199 हो गई है। बढ़ते नए मामलों के चलते केंद्र सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है।
इस बीच कोविड प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। यह अभ्यास कल भी जारी रहेगा। कोविड मामलों में बढोत्तरी के दृष्टिगत सार्वजनिक और निजी दोनों स्वास्थ्य सुविधाओं में अस्पताल के बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश मॉक ड्रिल अभ्यास कर रहे हैं। मॉक ड्रिल के दौरान अस्पतालों में कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए दवा, आईसीयू बेड और मेडिकल ऑक्सीजन सहित उपलब्ध संसाधनों का आकलन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया भी नई दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल का दौरा करेंगे और मॉक ड्रिल और कोविड रोगियों के उपचार के संबंध में अस्पताल की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे।
डॉ. मांडविया ने शुक्रवार को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कुछ राज्यों में कोविड संक्रमण बढने के दृष्टिगत कोविड प्रबंधन और टीकाकरण की प्रगति का आंकलन किया था। केंद्रीय मंत्री ने बैठक के दौरान सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से आज और कल सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने को कहा था। कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क रहने और कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने का सुझाव दिया गया है। इसके अलावा, उन्हें सभी पात्र आबादी, विशेष रूप से बुजुर्गों और कमजोर जनसंख्या समूह के टीकाकरण में तेजी लाने के लिए भी कहा गया है।
मॉक ड्रिल के दौरान अस्पतालों में कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए दवाओं, आईसीयू बेड और मेडिकल ऑक्सीजन सहित उपलब्ध संसाधनों का आकलन किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया है कि नए कोविड वेरियंट प्रकारों के बावजूद, 'जांच-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड संबंधी उपयुक्त व्यवहार के पालन की पांच आयामी रणनीति अभी भी कोविड प्रबंधन की नीति बनी हुई है।