आरंग। शनिवार को विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर शासकीय पशु चिकित्सालय एवं पीपला फाउंडेशन आरंग के तत्वाधान में नि: शुल्क पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का शुभारंभ नपाध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर व पीपला फाउंडेशन अध्यक्ष दूजेराम धीवर ने छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर माल्यार्पण कर किया।
इस मौके पर चंद्रशेखर चंद्राकर ने कहा आज मूक पशुओं की संरक्षण संवर्धन की आवश्यकता है। बढ़ती आधुनिकता, बदलती जीवनशैली के चलते लोगों में पशुपालन के प्रति उदासीनता बढ़ती जा रही है।पहले ग्रामीण अंचलों में घर घर पशुपालन किया जाता था। बढ़ती आबादी, चारागाह की कमी पशुपालन में बाधक बनती जा रही है।वही विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डाक्टर धृतलहरे ने कहा यह दिवस हर वर्ष अप्रैल के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य पशुओं का संरक्षण, पशुओं पर होती हिंसा व लोगों में जागरूकता पैदा करना है। इससे पशुओं व प्राणिओं में प्रेम, सेवा और उनके संरक्षण रूपी संस्कार को जागृत करता है।
इस दिन सभी पशु प्रेमियों, पशुपालकों और पशु चिकित्सकों द्वारा एक दूसरे को शुभकामनाएं प्रेषित कर मूक पशुओं के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं।पीपला फाउंडेशन के संयोजक महेन्द्र पटेल ने बताया शिविर मे 18 पशुपालक, 37पशुओं का उपचार,16 पशुओं को दवा वितरण,29 कुत्तों का एण्टी रेबिज टीकाकरण,18 पशुओ को कृमिनाशक
दवापान पशुओं का कराया गया ।
साथ ही शिविर में संगोष्ठी के माध्यम से विषय विशेषज्ञों द्वारा पशु पालन के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी गई। वहीं शिविर के आयोजन संयोजन में डॉ. जे.पी.घृतलहरे, डॉ.नवरतन चौधरी डॉ.नेहा साहू,पीपला फाउंडेशन संयोजक महेन्द्र पटेल सक्रिय सदस्य संजय मेश्राम, रमेश देवांगन अशोक साहू, प्रतीक टोंड्रे,दिना सोनकर
अस्पताल स्टाफ कांशीराम साहू, प्रशांत जांगड़े, राहुल साहू, हेमंत ध्रुव, राजू निषाद, पुरुषोत्तम, सोहन, सागर, उमादेवी साहू की अहम् भूमिका रही।