आनंदराम पत्रकारश्री
महासमुन्द। मेडिकल कॉलेज संबद्ध जिला अस्पताल महासमुंद का नाम अब जाकर स्व. पुरुषोत्तम कौशिक स्मृति जिला अस्पताल होगा। इसके लिए प्रशासनिक कवायद तेज हो गई है। गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशिक की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने 20 जनवरी 2019 को महासमुंद के छत्तीसगढ़ स्कूल परिसर पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उक्त घोषणा की थी। यह घोषणा चार साल बाद चुनावी वर्ष में अब जाकर अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
इससे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली और प्रशासनिक उदासीनता पर सवालिया निशान लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की साधारण घोषणा (बिना बजट वाली) को पूरी करने में आखिर चार साल से अधिक समय क्यों लग गया? जानकार सूत्रों का दावा है कि राज्य शासन से दो साल पहले ही वर्ष 2021 में स्व. पुरुषोत्तम कौशिक जिला अस्पताल नामकरण करने का आदेश आ गया था।
बावजूद, दो साल तक इसे मूर्तरूप क्यों नहीं दिया गया ? यह अनुत्तरित सवाल है। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद नामकरण को लेकर विवादास्पद स्थिति निर्मित होने की आशंका भी बनी हुई है। बहरहाल, चुनावी वर्ष में राजनीतिक लाभ के लिए ही सही, मुख्यमंत्री की घोषणा को अब जल्द पूरा करने पुरजोर कोशिश की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग प्रशासन का कहना है कि नामकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई। नाम भी लिखा जा चुका है। अब किसी मसीहा का इंतजार है, जो वर्षों पुराने जिला अस्पताल का नामकरण संस्कार करेंगे। समाजवादी नेता कौशिक जी को कृतज्ञ समाज की यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
विधायक की मांग पर की थी घोषणा
मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ चंद्रनाहू शिक्षण समिति के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में पहली बार महासमुंद पहुंचे थे। तब अन्य समाजों ने भी कर्ज माफी सहित भूपेश सरकार की योजनाओं के लिए उनका आत्मीय अभिनंदन किया था। इस दौरान विधायक व वर्तमान में संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर की मांग पर दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री कौशिक को सम्मान देते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने जिला अस्पताल का नामकरण कौशिक के नाम पर करने की घोषणा की थी।
यह भी जानें : राजीव गांधी पायलट हुआ करते थे
हम अपने पाठकों को बता दें कि जब कौशिकजी नागरकि उड्डयन मंत्री थे, तब राजनीति में आने से पहले राजीव गांधी (पूर्व प्रधानमंत्री) उनके पायलट हुआ करते थे। महासमुंद क्षेत्र का नाम देश-विदेश में रोशन करने वाले समाजवादी चिंतक पुरूषोत्तम कौशिक को कृतज्ञ समाज सदैव श्रद्धासुमन अर्पित करता है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने भी कौशिक जी अमर रहे का नारा मंच से लगवाया था। हाल ही में पुरुषोत्तम कौशिक स्मृति समिति का गठन पूर्व विधायक डॉ सुनीलम के संयोजन में किया गया। ऐसा माना जा रहा है कि समाजवादियों के संगठित होने की खुफिया एजेंसियों की जानकारी के बाद शासन-प्रशासन हरकत में आया। महासमुन्द समाजवादियों का गढ़ माना जाता है।