Layoffs: Google ने भारत से साढ़े चार सौ से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। देर रात की गई इस कार्रवाई से भारतीयों में हडक़ंप का माहौल है। कर्मचारियों को निकालने के पीछे गूगल ने कई तरह के कारण बताए हैं। हालांकि ट्विटर, फेसबुक, अमेजन सहित गई दिग्गज कंपनियां मंदी का हवाला देकर बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं।
इसी बीच गूगल ने भी भारत से 453 कर्मचारियों को निकाला है, जिसकी जिम्मेदारी गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने ली है। अमेजन ने जहां 18 हजार, तो वहीं फेसबुक ने 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है, जबकि गूगल की पेरेंट कमंनी अल्फाबेट इंक ने 12 हजार कर्मचारियों को बाहर करने का फैसला लिया है।
इससे पहले पिछले महीने अल्फाबेट इंक ने घोषणा की कि Google की मूल कंपनी, 12,000 कर्मचारियों या वैश्विक स्तर पर अपने कुल हेडकाउंट का 6 प्रतिशत निकालेगी। अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है कि 453 छंटनी में 12,000 नौकरी में कटौती शामिल है या छंटनी का एक नया दौर शुरू हो गया है।
CEO सुंदर पिचाई ने ली जिम्मेदारी
रिपोर्ट के मुताबिक, कई कारणों की वजह से गूगल में छंटनी का फैसला लिया गया है और Sundar Pichai इन सभी फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेने के लिए सहमत हो गए हैं। साल की शुरुआत यानी जनवरी 2023 में ही गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई द्वारा भेजे गए नोट में उन्होंने दावा किया था कि अमेरिका के बाहर Google के निकाले गए कर्मचारियों को स्थानीय नियमों के मुताबिक सपोर्ट मिलेगा। जहां एक ओर गूगल ने भारत में 453 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है, वहीं अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि वैश्विक स्तर पर कितने कर्मचारी प्रभावित हुए हैं, या टेक दिग्गज में और छंटनी होगी या नहीं।