महासमुंद। जिला मुख्यालय महासमुंद से 22 किमी दूर कोडार एलबीसी नहर में विद्युत करंट से एक नर हाथी की मौत हो गई। घटना 7 जनवरी की रात 9-10 बजे की है। हाथी गस्त दल को जैसे ही हाथी को करंट लगने की सूचना मिली। वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। रात में करीब 11 बजे रायपुर और महासमुंद से वन अमला का घटनास्थल पर जमावड़ा लग गया।
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करंट से मृत हाथी |
वन विभाग के अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन दिनों वन्य प्राणियों का शिकार करने वाला गिरोह सक्रिय है। कोडार जलाशय के पास 11 केवी विद्युत लाइन में हुकिंग कर तार बिछाया गया था। दो हाथी गरियाबंद जिले से विचरण करते हुए महासमुंद के रास्ते सिरपुर क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे। इनमें से एक दंतैल हाथी शिकारियों के द्वारा बिछाए गए तार के संपर्क में आ गया। इससे नर हाथी की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
हाथी की मौत से मचा हड़कंप
तीन महीने के भीतर हाथी की मौत की यह दूसरी घटना है। इसके पहले बया (पिथौरा) क्षेत्र में बार नवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र में नवम्बर-22 में एक हाथी को इसी तरह विद्युत करंट से मौत के घाट उतार दिया गया था। हाथी की मौत की सूचना अधिकारियों को विलंब से मिलने पर मैदानी अमले पर गाज गिरी थी। यहां, सवालिया निशान लगा है कि एक के बाद एक हाथी को करंट से मारा जा रहा है। वन विभाग के अधिकारी वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति कितना गम्भीर हैं? जब हाथी जैसा विशालकाय वन्य जीव सुरक्षित नहीं है, तब मांसाहार के लिए हिरण जैसे जानवरों का शिकार तो आसानी से किया जा रहा होगा।
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घटनास्थल का नजारा |