श्रीपुर एक्सप्रेस की स्थापना के प्रथम वर्षगांठ पर विद्वानों की संगोष्ठी
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संबोधन @श्री अनिल शर्मा, जिलाध्यक्ष-अधिवक्ता संघ. |
विषयवस्तु की प्रस्तावना और स्वागत उदगार में वरिष्ठ पत्रकार आनंदराम पत्रकारश्री ने कहा कि कोविड-19 की विषमताओं के बीच महासमुंद से किसी मासिक पत्रिका का संपादन और प्रकाशन बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य था, जिसे हमने स्वीकार किया। सुधि पाठकों के स्नेह के दम पर यह आज सफलता के पहले पड़ाव पर है। इसकी निरंतरता बनाए रखना कम संघर्षपूर्ण नहीं है, फिर भी संघर्षों के बीच यह जारी है।
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अतिथि वक्ताओं के बीच संगोष्ठी की शुरुआत करते हुए अधिवक्ता संघ के महासमुंद जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा ने विषयवस्तु पर सारगर्भित चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि बहुत कम समय में 'श्रीपुर एक्सप्रेस' ने पाठकों के दिल में विशेष जगह बना ली है। यह एक्सप्रेस की तरह चल रहा है। पत्रकारिता में ही नहीं, हम सभी के जीवन में भी सकारात्मक सोच होना आवश्यक है। इससे रचनात्मक कार्य होते हैं। पत्रकारिता की विश्वसनीयता बचाए रखने के लिए कलमकार, कलम का सौदा न होने दें, यही अपेक्षा पत्रकारों से है।
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संबोधन @ श्रीमती राशि त्रिभुवन महिलांग, नपाध्यक्ष-महासमुंद. |
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संबोधन @ श्री भागवत जगत 'भूमिल', प्रदेशाध्यक्ष-काव्यांश साहित्य एवं कला पथक संस्थान. |
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संबोधन @ श्री नरेश साहू, संचालक-दिशा नाट्य मंच. |
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संबोधन @ श्री दूजेराम धीवर, अध्यक्ष-पीपला फॉउंडेशन आरंग |
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संबोधन @ श्री महेंद्र साहू, अध्यक्ष-मानवाधिकार संगठन. |
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संबोधन @ श्री अवनीश वाणी, निदेशक-नाट्य कला मंच. |
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संबोधन @ डॉ साधना कसार, वरिष्ठ साहित्यकार. |
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संबोधन @ श्री अशोक शर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार. |
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संबोधन @ श्री राजेश्वर खरे, वरिष्ठ साहित्यकार. |
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संबोधन @ श्री सुरेंद्र मानिकपुरी, वरिष्ठ साहित्यकार. |
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संबोधन @ श्री उमेश भारती गोस्वामी, संरक्षक-काव्यांश संस्थान. |
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संबोधन @ श्री योगेश्वर चंद्राकर, प्रगतिशील किसान, पूर्व सांसद प्रतिनिधि . |
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संबोधन @ श्री गोवर्धन साहू, शिक्षक. |