रायपुर। केन्द्रीय जांच एजेंसी-ईडी ने आज आईएएस अधिकारी समीर बिश्नोई के साथ ही कारोबारी सुनील अग्रवाल और पेशे से वकील लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया है। इन तीनों को गिरफ्तार करने के बाद ईडी की टीम उन्हें लेकर रायपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची और उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसके बाद रायपुर जिला न्यायालय के स्पेशल जज अजय कुमार राजपूत की अदालत में आईएएस बिश्नोई सहित अन्य लोगों को पेश किया गया। ईडी के वकील ने अदालत को बताया कि आईएएस बिश्नोई के घर से सैंतालीस लाख रूपये कैश, चार किलो सोना और हीरा मिला है। ईडी की ओर से इन्हें 14 दिन की रिमांड पर देने की मांग की जा रही है। वहीं,
रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू ने ईडी को पत्र लिखकर कहा है कि वे इलाज के सिलसिले में रायपुर से बाहर थी और अब वे पूछताछ में सहयोग देने के लिए उपलब्ध है। ईडी की टीम जांच करने के लिए कोरबा और रायगढ़ कलेक्टोरेट भी पहुंची है। उनके साथ सीआरपीएफ के जवान भी हैं।
इस बीच, ईडी की टीम ने रायगढ़ स्थित कलेक्टर रानू साहू के बंगले को जांच के लिए खोला। कलेक्टोरेट के खनिज विभाग में भी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। वहीं, ईडी की टीम ने आज दुर्ग जिले में पुलिस आरक्षक अमित दुबे के निवास पर भी छापा मारा है। गौरतलब है कि दो दिन पहले कोयला, रेत और शराब कारोबारियों और उनके सहयोगियों के निवास सहित छत्तीसगढ़ के तीन आईएएस अधिकारियों के यहां ईडी ने छापे मारे थे। न्यायालयीन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक IAS अधिकारी सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने 8 दिनों की रिमांड पर भेजा है.