रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज मंडावी का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। आज सुबह मंडावी ने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें धमतरी के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। राज्य सरकार ने मंडावी के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। यह राजकीय शोक राजधानी रायपुर और कांकेर में रहेगा।
स्वर्गीय मंडावी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ आज शाम चारामा के पास स्थित गृहग्राम नाथिया नवागांव में किया गया। अंतिम संस्कार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत सहित मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए। मंडावी के निधन की खबर के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम,
पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित मंत्रिमंडल के सदस्यों, सांसदों और विधायकों ने मंडावी के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। गौरतलब है कि मंडावी नवगठित छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वे वर्ष उन्नीस सौ अंठानवे में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के और वर्ष दो हजार तेरह तथा दो हजार अट्ठारह में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। मंडावी छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे।