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किसान नेता करेंगे कलेक्टोरेट, पुलिस अधीक्षक और मंडी कार्यालय का घेराव, अन्नदाताओं के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे-जागेश्वर

महासमुन्द। किसान नेताओं ने कलेक्टोरेट, पुलिस अधीक्षक और मंडी कार्यालय का घेराव करने का ऐलान कर दिया है। पूंजीवादी व्यवस्था में अन्नदाता परेशान हैं। किसानों का धान खरीदी कर राइस मिलर भुगतान नहीं कर रहे हैं। हालात ऐसी हो गई है कि किसान आत्महत्या करने मजबूर हो गए हैं। शासन-प्रशासन को कुम्भकर्णी निद्रा से जगाने किसान नेता अब आंदोलन करने जा रहे हैं। इस कड़ी में 13 सितम्बर को कलेक्टोरेट, पुलिस अधीक्षक और मंडी कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए किसान नेता




प्रेस क्लब में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने बताया कि ग्राम कन्हारपुरी के किसान कांतिलाल साहू को बेचे गए धान का भुगतान नहीं कर क्रेता व्यापारी  बजरंग इण्डस्ट्रीज कोसरंगी (महासमुन्द) के संचालक  सुमित अग्रवाल पिता  बजरंग अग्रवाल द्वारा इतना परेशान किया गया कि किसान ने आत्महत्या कर लिया। धान का 366826/- रुपये भुगतान व्यापारी द्वारा नहीं किये जाने पर कृषक ने 20 अगस्त 2022 को कीटनाशक पी लिया। उपचार के दौरान मेकाहारा रायपुर में 24 अगस्त 2022 को उसकी  मृत्यु हो गई। किसान आत्महत्या के मामले में उनके समस्त दस्तावेज/प्रकरण की जानकारी सचिव कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त किया गया है। जिसके  अनुसार सचिव कृषि उपज मंडी समिति महामुन्द ने किसान कांतिलाल साहू के प्रकरण में भारी लापरवाही बरती है। अपने कर्तव्यों का निर्वाह नही कर किसान कांतिलाल साहू को आत्महत्या करने दुष्प्रेरित  किया है। कांतिलाल साहू ने सचिव कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द को  09.09.2019 को लिखित शिकायत कर बेचे गये धान की कीमत  भुगतान के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है। अंतिम आवेदन 24/06/2022 को भी प्रस्तुत की गई है। 

        उच्च न्यायालय के आदेश को किया दरकिनार

आवेदन पर सचिव कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द ने क्रेता व्यापारी बजरंग अग्रवाल फर्म बजरंग इण्डस्ट्रीज ग्राम कोसरंगी के विरूद्ध कागजी कार्यवाही किया गया है।  कागजी कार्यवाही के खिलाफ क्रेता व्यापारी बजरंग अग्रवाल ने मंडी प्रशासन के विरुद्ध उच्च न्यायालय बिलासपुर में रिट याचिका कमांक डब्लू.पी.सी . 3877/2019 दायर किया था। उच्च न्यायालय बिलासपुर ने दायर रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए  15.11.2019 को निर्णय पारित किया है कि प्रकरण का निराकरण मंडी प्रशासन सचिव, दोनों पक्षों को बुलाकर उनके पक्ष सुनने के पश्चात अतिशीघ्र निर्णय पारित कर क्रेता-विक्रेता को आदेशित करें । इस प्रकरण पर मंडी बोर्ड मुख्यालय प्रबंध संचालक रायपुर ने भी मंडी सचिव महासमुन्द को अनेको बार पत्र प्रेषित कर  उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 15 दिवस के भीतर कार्यवाही करने निर्देश दिया गया है। परन्तु मंडी सचिव ने प्रकरण पर 03 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी कोई रूचि नहीं दिखाई। उच्च न्यायालय एवं वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशों के प्रति गंभीर लापरवाही बरतते हुए आदेशों का उल्लंघन किया। यदि समय पर आदेशों का पालन कर प्रकरण में पहल कर लिया गया होता तो किसान कांतिलाल साहू की जान बच सकती थी।

पीड़ित किसान कांति लाल साहू अपने प्रकरण पर न्याय पाने के लिए मंडी सचिव के पास बार - बार जाया करता था ।  सचिव उनके निवेदन आवेदन पर विगत 03 वर्षों से कोई ध्यान नहीं दिया और न ही मंडी बोर्ड के अधिकारी कोई जांच पड़ताल के लिए मंडी आये। जिस कारण से कांतिलाल साहू निराश होकर कीटनाशक दवाई का सेवन कर आत्महत्या कर लिया। कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द क्षेत्र में ऐसे बहुत से किसान हैं जो अपने बेचे गये धान की राशि भुगतान प्राप्त करने के लिए वर्षों से भटक रहे हैं।

किसान का फर्जी हस्ताक्षर कर किया गड़बड़ी

          मंडी से प्राप्त दस्तावेज अनुसार कांतिलाल साहू के नाम से उपमंडी भोरिंग में क्रेता फर्म एम.पी. राईस ट्रेडिंग कम्पनी राईस मिल में सौदा पत्रक व भुगतान पत्रक काटा गया है। जिसमें पर्ची तैयार करने वाले कर्मचारी का लिखावट एवं किसान का हस्ताक्षर एक समान है। भुगतान में हस्ताक्षर अंग्रेजी में है तथा सौदा पत्रक में हस्ताक्षर हिन्दी में है। जबकि किसान कांतिलाल साहू अंग्रेजी में हस्ताक्षर नहीं करता था। भुगतान पत्रक में किसान का हस्ताक्षर फर्जी है, जो किसान के साथ फर्जीवाड़ा किये जाने का संदेह पैदा करता है। मंडी से काटे गये सौदा पत्रक पर्ची में गाड़ी नंबर लिखा हुआ है जो जांच योग्य है। कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 की उपविधि 16(4) के अनुसार सौदा पत्रक में किसान का हस्ताक्षर होना अनिवार्य है। मंडी प्रशासन द्वारा नियम विरूद्ध सौदा पत्रक जारी किया गया है जिसकी जानकारी उपज बेचने वाले किसान को भी नहीं है। इसकी पुष्टि इस बात से होती है कि जांच अधिकारियों द्वारा विक्रेता किसान कांतिलाल साहू, परिवहनकर्ता वाहन चालक  नारायण साहू, श्री बजरंग इण्डस्ट्रीज में धान की बोरी खाली करने वाले श्रमिक हमाल  लाला साहू,  शिवचरण साहू से लिये गये बयान और धर्मकांटा से प्राप्त तौल पर्ची से होती है। क्रेता व्यापारी श्री बजरंग अग्रवाल के दो फर्म श्री बजरंग इण्डस्ट्रीज एवं एम.पी. राईस ट्रेडिंग है।  दोनो फर्म का मालिक  बजरंग अग्रवाल के पुत्र सुमित अग्रवाल है। कृषक कांतिलाल साहू का मिल मालिक  बजरंग अग्रवाल ने अपने मिल परिसर ग्राम कोसरंगी में सीधे धान खरीदी किया है। धान लाने के लिए खाली बारदाना का आवक-जावक पर्ची बनाकर दिया गया है। पर्ची में एम.पी. राईस ट्रेडिंग कम्पनी लिखा है।

मंडी और व्यापारियों की मिलीभगत से लुटे जा रहे किसान

         सारांश यह है कि कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द क्षेत्र में व्यापारियों द्वारा किसानों से सीधे धान खरीदी कर मंडी प्रशासन की मिलीगत से फर्जी सौदा पत्रक काटकर किसानों को आर्थिक रुप से लूटा जा रहा है।  और किसानों को मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है। समय रहते प्रशासनिक  रुप से सुनवाई कर उसका निराकरण नहीं किया गया है। जिसका ताजा परिणाम है कि मृतक किसान कांतिलाल साहू को व्यापारी  बजरंग अग्रवाल द्वारा  366826/- रुपये देयक शेष है।  महामाया एग्रोटेक एवं सांई कृपा राईस मील के संचालक तेजा प्रकाश चन्द्राकर ग्राम साराडीह महासमुन्द द्वारा 57 किसानों का भुगतान 16175282/- रुपये बकाया है। इसी प्रकार राकेश चौहान पिता बुधराम चौहान चण्डी मेडिकल बागबाहरा द्वारा 19 किसानों का भुगतान  6188650.50 रुपये बकाया है। सभी प्रकरणों की जानकारी लिखित रुप में कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द, मंडी बोर्ड रायपुर और जिला कलेक्टर महासमुन्द को अवगत कराया गया है। इन सभी प्रकरणों को 03 से 04 साल बीत गया है, जिसका भुगतान आज तक नहीं किया गया है।

           इसके विरोध में 13 सितम्बर 2022 दिन मंगलवार को दोपहर एक बजे किसानों द्वारा कलेक्टर, पुलिस अधिक्षक व कृषि उपज मंडी समिति महासमुन्द का घेराव कर  इन सभी प्रकरणों को अपने संज्ञान में लेते हुए यथा संभव किसानों को अतिषीघ्र भुगतान कराने और साथ ही कृषि उपजों का क्रय-विक्रय मंडी प्रशासन के सानिध्य में मंडी प्रांगण में कराना अनिवार्य करने मांग पत्र सौंपेंगे। पत्रकार वार्ता में संयोजक जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर, तेजराम विद्रोही संयोजक मंडल सदस्य छ.ग. किसान मजदूर महासंघ, सुरेश उर्फ शंकर चन्द्राकर ग्राम बेलसोण्डा, पवन चन्द्राकर ग्राम खरोरा, बिसहत चन्द्राकर ग्राम बेलसोण्डा, प्रवीण चन्द्राकर ग्राम लभराखुर्द प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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