छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) एक बार फिर शर्मसार हुई है। दरअसल, राजधानी के पचेड़ा इलाके में पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। रायपुर पुलिस ने 32 साल के एक शख्स को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक इसी बदमाश ने अपनी साली के साथ रेप किया है। वारदात को अंजाम देने के बाद ये युवती को डराते धमकाते रहा। कुछ दिन पीड़िता चुप रही। इसके बाद 22 साल की लड़की ने घर वालों से कहा कि जीजा ने मेरे साथ गलत किया, जिसने अब जाकर पुलिस से शिकायत की है।
शिकायत के आधार पर विधानसभा थाने की पुलिस आरोपी को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है। आरोपी पचेड़ा इलाके में रहता है। तुमगांव में रहने वाली इसकी साली पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने इसके घर आई हुई थी। मौका पाकर उसने अपनी साली को ब्लैकमेल किया। उसने कहा कि उसे युवती के लव अफेयर की बात पता है। दरअसल, युवती किसी युवक से प्यार करती थी। जीजा ने कहा कि ये बात उजागर कर देगा। युवती ने पुलिस को बताया कि इस बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई।
जीजा ने दी थी बदनाम करने की धमकी
जीजा ने बदनाम करने की धमकी देकर युवती के साथ उसका रेप किया। इसके बाद अपने साथ वह लड़की को मंदिर हसौद इलाके में लेकर गया। वहां भी एक मकान में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। जैसे तैसे वहां से लड़की भागकर अपने घर आ गई परिजनों को घटना की जानकारी दी और मामला पुलिस के पास पहुंचा। युवक ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। घटना की शिकार हुई 22 साल की युवती की घर वाले शादी करने की तैयारी में थे। अब इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस आरोपी और लड़की के घरवालों से भी पूछताछ करेगी। आरोपी की पत्नी और रेप का शिकार हुई युवती आपस में सगी बहनें हैं। आरोपी की पत्नी भी इस कांड के बाद सदमे में है। हालांकि युवती और आरोपी के परिजनों ने इस वारदात के प्रति पुलिस से गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि अगर आरोपी की गलती है तो पुलिस निष्पक्ष जांच करते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर करें।
लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामले
बता दें कि देश में दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2019 में हर दिन बलात्कार के 88 मामले दर्ज किए गए। साल 2019 में देश में बलात्कार के कुल 32 हजार 033 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 11 फीसदी पीड़ित दलित समुदाय से हैं। NCRB की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा बलात्कार के मामले राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दर्ज हुए। 2019 में राजस्थान में करीब 6,000 और उत्तर प्रदेश में 3,065 बलात्कार के मामले सामने आए। NCRB के आंकड़ों से पता चलता है कि बीते 10 सालों में महिलाओं के बलात्कार का खतरा 44 फीसदी तक बढ़ गया है। संस्था के आंकड़ों के मुताबिक 2010 से 2019 के बीच पूरे भारत में कुल 3 लाख 13 हजार 289 दुष्कर्म के मामले दर्ज हुए हैं।