छत्तीसगढ़-ओडिशा की सीमा पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 3 जवान शहीद हो गए हैं। वहीं लगभग 15 जवान घायल हैं। जानकारी के मुताबिक CRPF की रोड ओपनिंग पार्टी ड्यूटी पर निकली थी। उसी दौरान उन पर हमला हो गया। बताया जा रहा है जवानों ने भी नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। ओडिशा के नुवापाड़ा जिले में CRPF 19 बटालियन के जवान रोड ओपनिंग ड्यूटी पर निकले थे। इसी बीच बड़ापारा के जंगल के पास नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इसी फायरिंग में ASI-शिशुपाल सिंह, ASI-शिवलाल और कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र कुमार सिंह शहीद हो गए हैं। शिशुपाल सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले थे। शिवलाल महेंद्रगढ़ और धर्मेंद्र सिंह रोहतास के रहने वाले थे।
वहीं फायरिंग की आवाज आने पर जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। कहा जा रहा है कि मौके पर अभी भी 100 से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। फिलहाल मौके पर सर्च अभियान तेज कर दिया गया है। साथी जवानों ने शव को किसी तरह से रिकवर कर लिया गया है। मौके से कुछ हथियार भी बरामद किए गए हैं। जवानों के शव कैंप तक भेजा जा रहा है। नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है। अभी ये पता नहीं चल सका है। नक्सलियों ने घातक हथियारों का इस्तेमाल किया। इनमें रॉकेट लॉन्चर भी शामिल है।
नक्सलियों के कोर इलाके में गिना जाता है इलाका
कहा जा रहा है कि नक्सलियों को पहले से इस बात की सूचना थी कि जवान यहां पर आने वाले हैं। इसलिए उन्होंने एंबुश लगाकर पहले जवानों को फंसाया था। इसके बाद फायरिंग की है। फायरिंग में लगभग 15 जवान घायल हुए हैं। ये भी पता चला है कि घटनास्थल के पास में ही CRPF का एक कैंप भी कुछ दिन पहले खुला था। उसके पास ही यह घटना हुई है। मौके पर सर्च ऑपरेशन जारी है। ये इलाका नक्सलियों के कोर इलाके में गिना जाता है।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान
बता दें कि नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस कई तरह के अभियान चला रही है, जिससे प्रभावित होकर कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं। जबकि सूरक्षाबल के जवान कई नक्सलियों को गिरफ्तार भी कर रहे है, जिससे बौखलाएं नक्सली इस तरह के कायरना हरकत कर रहे हैं। बता दें कि प्रदेश में बीते साल के मुताबले इस साल नक्सली हमले और गतिविधियां कम हुई है। वहीं छत्तीसगढ़ पुलिस और सरकार नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।