महासमुंद कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष रश्मि चंद्राकर के नेतृत्व में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। साथ ही कलेक्टर से निवेदन किया गया कि जल्द ही ज्ञापन को राष्ट्रपति तक पहुंचाया जाए। दरअसल, गुजरात में एक दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ सिर्फ एक ट्वीट के कारण केस दर्ज कर लिया गया है जो कि भारत के संविधान के विरुद्ध है।
कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष रश्मि चंद्राकर ने कहा कि भारत का संविधान हर व्यक्ति को विचारों की अभिव्यक्ति की आजादी दी है फिर एक विधायक को अपने विचारों की अभिव्यक्ति से कैसे रोका जा सकता है। उन्होंने सिर्फ यह पूछा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का राजनैतिक लाभ लेने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेता नाथूराम गोडसे को मानते हैं या नहीं। जिस पर गुजरात की सरकार ने विधायक जिग्नेश मेवाणी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर जनप्रतिनिधियों और कांग्रेस के साथियों के बीच भय पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।
केंद्र की मोदी सरकार और गुजरात सरकार के इस रवैए के खिलाफ समस्त छत्तीसगढ़ और महासमुंद के कांग्रेसजन एक होकर विरोध करते हैं। ऐसे में राष्ट्रपति से निवेदन किया गया है कि इस गंभीर विषय पर संज्ञान लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने की कृपा करेंगें। जिससे भारत में रहने वाले हर व्यक्ति का सविधान द्वारा प्रदत अधिकारों का हनन किसी भी सरकार या पार्टी के द्वारा नहीं किया जा सके।
इन्होंने किया प्रदर्शन
प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष रश्मि चन्द्राकर,खिलावन बघेल अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी,गुरमीत चावला प्रभारी महामंत्री, पूर्व पार्षद राजू साहू,गौरव चन्द्राकर, नेता प्रतिपक्ष राशी महिलांग,लता कैलाश चन्द्राकर, ममता चन्द्राकर, एल्डरमैन सुनील चन्द्राकर, जावेद चौहान,अनवर हुसैन, शकील खान,हर्षित चन्द्राकर, नितेन्द्र बेनर्जी,आरिश अनवर दिनेश दुबे,बसंत चन्द्राकर और मीडिया प्रभारी चंद्रेश साहू उपस्थित रहे।